UP Election 2022: चुनाव नजदीक है और हर नेता अपनी चुनावी तैयारी में जुटा हुआ है. वाराणसी से 'मुर्दा' चुनाव मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं. 'काशी के मुर्दे' के नाम से पहचान रखने वाले संतोष सब्जी बेचकर वोट के लिए लोगों से गुहार लगाने लगे हैं.
ठेले पर सब्जियां बेच रहा ये शख्स चुनाव मैदान में जोर आजमाने के लिए तैयार है. चुनावी समर में ताल ठोंकने की तैयारी करने वाले संतोष को लोग 'काशी का मुर्दा' कहते हैं. गले में खुद के जिंदा होने के सबूत देते संतोष का कहना है कि अगर इन्हें पार्टी टिकट नहीं देगी तो ये निर्दल चुनाव लड़ेंगे.
वाराणसी के छितौनी गांव के रहने वाले संतोष पिछले बीस साल से अपने जिंदा होने की लड़ाई लड़ रहे हैं. कई बार संतोष को सरकारी तौर मृत घोषित कर दिया गया है. संतोष की मानें तो पिछले बीस साल से अपने जिंदा होने का सबूत दे रहे हैं.
आरोप है कि एक बार जब संतोष, नाना पाटेकर के साथ काम करने गये तब इनके करीबियों ने सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करके इन्हें मृत घोषित कर दिया और इनकी जमीन हड़प ली. जब सरकारी तंत्र द्वारा न्याय नहीं मिला तब अब संतोष ने चुनाव लड़कर व्यवस्था को बदलने की बात कही है. इनके गांव की जनता भी इनके समर्थन में खड़ी नजर आ रही है.
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