UP Election 2022: ओबीसी राजनीति के चर्चित चेहरे Omprakash Rajbhar हैं करोड़ों के मालिक, जानिए उनके पास कितनी प्रॉपर्टी है
UP Election 2022: ओम प्रकाश राजभर ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी से गठबंधन कर लिया है. आइए जानते हैं उनकी संपत्ति कितनी है
अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सियासी दांव-पेच शुरु हो गए हैं. बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सुभासपा (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने आज समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया. ओम प्रकाश राजभर ओबीसी राजनीति के चर्चित चेहरे हैं. आपको बताते हैं कि उनकी प्रॉपर्टी कितनी है और वो कितने संपत्ति के मालिक हैं.
ओम प्रकाश राजभर 2017 विधानसभा चुनाव में गाजीपुर की जहूराबाद सीट से चुनावी मैदान में थे और उन्हें जीत मिली थी. इस चुनाव में उनकी पार्टी कुल 8 सीटों पर लड़ी थी और चार सीटों पर उन्हें जीत मिली थी.
कितनी है संपत्ति
चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को दिए हलफनाम में हर उम्मीदवार को अपनी संपत्ति का पूरा ब्यौरा देना होता है. इसी हलफनामे में ओम प्रकाश राजभर ने बताया था कि उनके पास कुल 1 करोड़ 68 लाख की संपत्ति है.
उन्होंने इस हलफनामे में बताया था कि 2017 में उनके परिवार के पास कुल कैश एक लाख 22 हज़ार था. उनके खाते में एक लाख 23 हजार 511 रुपए जमा थे. उन्होंने पत्नी की संपत्ति के बार में भी जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि उनकी पत्नी के पास तीन बैंक है जिसमें 1 लाख 50 हजार 109 रुपए जमा हैं.
उन्होंने ये भी बताया था कि उनके परिवार के बैंक अकाउंट में कुल राशि 6 लाख 64 हजार 131 ( 6,64,131) रुपए जमा थे.
उनके पास एक लाख के कीमत की एक एंबेसडर कार थी. उन्होंने बताया था कि उनकी पत्नी के पास चार लाख 59 हजार (4,59,000) की ज्वैलरी है. उनके पास 10 लाख की कीमत का एक खेत भी है. उनकी पत्नी के नाम पर 1 करोड़ 40 लाख की प्रॉपर्टी है.
कितने है कर्ज
उन्होंने बताया था कि उनके ऊपर ढाई लाख का कर्ज है. ITR में उन्होंने अपनी इनकम दो लाख 70 हजार दिखाई है. उन्होंने बताया था कि उनके इनकम का जरिया खेती-किसानी है. उनकी पत्नी गृहिणी हैं. वो वाराणसी के बलदेव डिग्री कॉलेज से ग्रेजुएट हैं.
सपा के साथ गठबंधन के बाद बोले- अबकी बार, बीजेपी साफ
आज सपा के साथ गठबंधन के ऐलान के बाद ओम प्रकाश राजभर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट की. उन्होंने इसके साथ लिखा, ''अबकी बार, भाजपा साफ़! दलितों, पिछड़ों अल्पसंख्यकों के साथ सभी वर्गों को धोखा देने वाली भाजपा सरकार के दिन हैं बचे चार.''
पिछले चुनाव एनडीए के साथ लड़ा और मंत्री बने
2002 में राजभर ने अपनी ये पार्टी बनाई थी. राजभर यूपी में खुद को ओबीसी के मसीहा होने का दावा करते हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में सुभासपा ने 13 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे लेकिन सबकी जमानत जब्त हो गई.
ओम प्रकाश राजभर ने पिछला यूपी विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था. एनडीएक के साथ गठबंधन में उनकी पार्टी ने 8 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें चार सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसके बाद ही वो योगी सरकार में मंत्री बने. लेकिन कई बार उन्होंने सरकार के खिलाफ बयान दिया और फिर उन्हें सरकार से बर्खास्त कर दिया गया.
ओम प्रकाश राजभर की ताकत
पूर्वांचल की लगभग 146 सीटों पर राजभर वोट बैंक काफी संख्या में है, जिसमें 29 जिले आते हैं. ओमप्रकाश राजभर की पार्टी ने हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में भी अपनी ताकत दिखाई थी. जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव में राजभर की पार्टी से जुड़े 117 सदस्य जीते थे. 2700 ग्राम प्रधान चुने गए और 1800 बीडीसी बीडीसी सदस्य जीते. बलिया आजमगढ़ में बीजेपी को जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हराने में राजभर ने बड़ी भूमिका भी निभाई.
2017 में किस पार्टी को कितनी सीटें
यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. यूपी में कुल 403 विधानसभा सीटे हैं. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीती थीं. समाजवादी पार्टी को 54 सीटें मिली थीं और बसपा को 19 सीटों पर जीत मिली थीं, वहीं कांग्रेस को सात सीटों से संतोष करना पड़ा था.
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