UP Election 2022: चप्पे-चप्पे पर होगी पुलिस की नजर, जानें उत्तर प्रदेश के कितने विधानसभा क्षेत्र हैं अति संवेदनशील, क्या है पुलिस की तैयारी
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश hg के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की.
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. चुनाव की घोषणा के साथ ही राज्य में चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूपी में आगामी चुनाव और कानून व्यवस्था के बारे में बात की. एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि प्रदेश की 17 जनपदों की 33 विधानसभा अति संवेदनशील क्षेत्र के रूप में चिन्हित की गई हैं. वहीं प्रदेश की 95 विधानसभा क्षेत्र संवेदनशील चिन्हित हैं. वहीं 1,74,351 मतदेय स्थलों में 29,138 क्रिटिकल पोलिंग स्टेशन के रूप में चिन्हित की गई हैं.
कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था
उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के लिए जनवरी से एरिया डोमिनेशन के लिए गृह मंत्रालय से 150 कम्पनी सीएपीएफ मौजूद रहेगी. इसके अलावा 20 जनवरी से और 75 कंपनी आएंगी. एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि चुनाव में बाधा पहुंचाने वाले विभिन्न जनपदों के 275 और अलग-अलग जेलों में बंद 869 अपराधियों को चिन्हित करके उन पर नजर रखी जा रही है. इसके लिए विभिन्न जेलों में 2676 सीसीटीवी कैमरे और 271 स्टेटिक जैमर लगाए गए हैं.
31 चौकियों की स्थापना
उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों का शत प्रतिशत भौतिक सत्यापन करा लिया गया है. अवैध शराब की रोकथाम के लिए आबकारी और पुल्स विभाग संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय व अंतरराज्यीय सीमाओं पर 31 चौकियों की स्थापना की गई है. कुल 1133894 लाइसेंसी असलहों में 904921 का सत्यापन कराकर 368490 शस्त्र जमा करा लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, ललितपुर, मेरठ, चंदौली और सोनभद्र के 456 मतदान केंद्र कम्यूनिकेशन शैडो जोन के रूप में चिन्हित किए गए हैं. इन मतदान केंद्रों पर संचार व्यवस्था के लिए सेटेलाइट फोन और रेडियो सेट इस्तेमाल किये जाएंगे.
(नोट : कम्यूनिकेशन शैडो जोन उस क्षेत्र को कहते हैं जहां किसी भी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क काम नहीं करता. इसके अलावा उस क्षेत्र में इंटरनेट एक्सेस भी नहीं हो पाता, यदि किसी भी मोबाइल कंपनी का नेटवर्क मौजूद हो तो वह कम्यूनिकेशन शैडो जोन फ्री माना जाता है.)
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