UP Election: कांग्रेस (Congress) महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) बुधवार को पार्टी का गढ़ कही जाने वाली अमेठी (Amethi) सीट के दौरे पर रहेंगी. इस दौरान प्रियंका अमेठी के कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव अभियान में हिस्सा लेंगी. कांग्रेस पार्टी के अनुसार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 23 फरवरी यानी बुधवार को दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक डोर टू डोर अभियान (Door to Door campaign) और जनसभाओं (public meetings) के माध्यम से अमेठी में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव अभियान में हिस्सा लेंगी.
डोर टू डोर करेंगी प्रचार
आपको बता दें कि दोपहर 12 बजे प्रियंका गांधी- जगदीशपुर में जनसभा करेगी. इसके बाद दोपहर 1:30 बजे गौरीगंज में एक सभा करेगी और दोपहर तीन बजे ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय से राजीव गांधी की प्रतिमा तक डोर टू डोर अभियान में हिस्सा लेंगी. इसके साथ ही प्रियंका शाम साढ़े चार बजे जायस, जगदीशपुर चौराहा से सलोन मोड तक डोर टू डोर अभियान के बाद करीब छह बजे नसीराबाद में एक जनसभा को सम्बोधित करेंगी.
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अमेठी सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं इंदिरा गांधी
गौरतलब है कि अमेठी सीट इंदिरा गांधी के समय से ही हॉट सीटों में शुमार रही है. कांग्रेस भले ही प्रदेश के 399 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ रही है लेकिन उसके लिए कसौटी तो रायबरेली और अमेठी जिलों की सीटें ही होंगी. हालांकि पिछले चुनाव में गांधी परिवार के इस किले को बीजेपी भेद चुकी है. यही वजह है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में ये सीट काफी दिलचस्प बन गई है. कांग्रेस अपनी पूरी कोशिश से अपने गढ़ अमेठी को बचाने में जुटी है. इस बार राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के बीच चुनावी जंग ने इसे और चर्चा में ला दिया था.
2019 के चुनाव में राहुल गांधी को मिली थी शिकस्त
साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अमेठी की चारों सीटें हार गई थी. दो साल बाद कांग्रेस को तब करारा झटका लगा जब लगातार तीन बार यहां से सांसद चुने गए पार्टी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की स्मृति ईरानी (Smriti Irani) से हार गए. लिहाजा अमेठी में कांग्रेस दोहरे दबाव में है. खासकर तब जब उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की कमान पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के हाथों में है. इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के रणकौशल की भी परीक्षा होगी.
अस्तित्व बचाने के लिए है चुनौती
अठारहवीं विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस के सामने पहली चुनौती तो यह है कि वह अमेठी में अपना खाता खोलकर अपना अस्तित्व बनाए. दूसरी चुनौती यह है कि जिले में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतकर प्रियंका की सफल कप्तानी पर मुहर लगाए. अमेठी और रायबरेली को कांग्रेस की प्रतिष्ठा से जुड़ा मान प्रियंका गांधी वाड्रा भी कांग्रेस की जड़ों को खाद-पानी देने के लिए मेहनत कर रही हैं.
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