UP Election 2022: अमेठी में बोले राहुल गांधी, 'एक तरफ सच्चे हिंदू खड़े हैं, दूसरी तरफ हिंदुत्ववादी', बताया दोनों में फर्क
UP Elections: देश में महंगाई और बेरोजगारी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार बताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को बड़ा बयान दिया है.
UP Assembly Election 2022: देश में महंगाई और बेरोजगारी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार बताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि हिन्दू सच्चाई की राह पर चलते हैं जबकि हिन्दुत्ववादी सत्ता छीनने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. हिन्दू और हिन्दुवादियों की अलग-अलग परिभाषा समझाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘एक तरफ हिंदू खड़े हैं जो सच्चाई की राह पर चलते हैं, नफरत नहीं फैलाते हैं. दूसरी तरफ हिंदुत्ववादी खड़े हैं जो नफरत फैलाते हैं और सत्ता छीनने के लिए कुछ भी कर सकते हैं.’’
अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र अमेठी में बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने पदयात्रा शुरू करने से पहले कहा, 'हिंदुत्ववादी सिर्फ झूठ की राजनीति करता है, उसका सच्चाई से कुछ लेना-देना नहीं होता. उसका काम सिर्फ झूठ का इस्तेमाल करना और झूठ का इस्तेमाल कर जनता से सत्ता छीनने का उपाय करना है.' उन्होंने दावा किया कि महात्मा गांधी ने कहा है, 'गांधी जी ने कहा था हिंदू का रास्ता सत्याग्रह और हिंदुत्ववादी का रास्ता सत्ताग्रह. एक सच्चाई के लिए लड़ता है और सच्चाई की राह पर चलता है उसका नाम हिंदू है. दूसरा झूठ के रास्ते पर चलता है, हिंसा फैलाता है, नफरत फैलाता है, उसका नाम हिंदुत्ववादी है.' कांग्रेस नेता ने कहा, 'हिंदुस्तान में आज लड़ाई हिंदू और हिंदुत्ववादी के बीच है.’’
राहुल गांधी ने कही ये बात
स्मृति ईरानी के हाथों 2019 लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट से हारने के बाद क्षेत्र में राहुल गांधी की सक्रियता कम हो गई थी लेकिन उत्तर प्रदेश में असन्न विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शनिवार को वह फिर से यहां आए और पदयात्रा की. इस दौरान उन्होंने कहा, 'कुछ दिन पहले प्रियंका मेरे पास आई और कहा कि लखनऊ जाना है, बैठक करनी है. मैंने बहन से कहा कि लखनऊ जाने से पहले मैं घर में अपने परिवार से बात करना चाहता हूं, और आज मैं यहां अपने परिवार का दिल से स्वागत करता हूं. आप मेरी बात सुनने आए, इसके लिए सबका दिल से धन्यवाद.’’ उन्होंने कहा, 'मैं 2004 में राजनीति में आया और पहला चुनाव यहीं से लड़ा. आपने मुझे बहुत कुछ सिखाया. मैंने आपसे काम करना सीखा, आपने मुझे रास्ता दिखाया.' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, 'आज की हालत आपको दिख रही है. देश के सामने दो सबसे बड़े सवाल हैं... बेरोजगारी और महंगाई, लेकिन इन सवालों का जवाब न मुख्यमंत्री देते हैं और न हीं प्रधानमंत्री.’’कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार और महंगाई पर जनता को जवाब नहीं दे रहे हैं, इसलिए ‘‘मैंने सोचा कि क्यों ना हम ही जवाब दे दें.’’
पीएम मोदी पर लगाए ये आरोप
प्रधानमंत्री मोदी पर पूंजीपतियों के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए व्यंग्यात्मक लहजे में राहुल ने कहा, 'मोदी ने तीन काले कृषि कानून बनाए. पहले कहा कि ये किसानों के हित में हैं. हिन्दुस्तान के सभी किसान इसके खिलाफ खड़े हो गए तब, साल भर के आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं माफी मांगता हूं मुझसे गलती हो गई.' किसान आंदोलन के दौरान मरे किसानों को केन्द्र द्वारा अनुग्रह राशि नहीं दिए जाने का दावा करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैंने संसद में सवाल पूछा कि सात सौ किसान शहीद हो गये, क्या आपने उन्हें मुआवजा दिया. मुझे जवाब मिला कि एक भी किसान शहीद नहीं हुआ.’’ राहुल ने दावा किया, ‘‘पंजाब की (कांग्रेस नीत) सरकार ने 400 किसानों को मुआवजा दिया है. मैंने वह सूची संसद में रखी और कहा कि चार सौ किसान शहीद हुए, इनकी मदद करें. लेकिन जिसने (मोदी) कहा मैं माफी मांगता हूं उसने किसानों की मदद नहीं की.'
चीन को लेकर दिया ये बड़ा बयान
मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, कि 'मोदी जी कभी गंगा स्नान करेंगे, कभी केदारनाथ जाएंगे. आज लद्दाख में चीन की सेना हिंदुस्तान के अंदर बैठी है और चीन की सेना ने हजार किलोमीटर, दिल्ली जितनी बड़ी जमीन हिंदुस्तान से छीनकर अपनी बना ली मगर प्रधानमंत्री ने इस बारे में न कुछ कहा और न कुछ किया. एक बैठक में जब उनसे पूछा गया कि हिंदुस्तान की जमीन चीन ने ली है, तब उन्होंने कहा कि कोई जमीन किसी ने नहीं ली. थोड़ी देर बाद हिंदुस्तान का रक्षा मंत्रालय कहता है कि चीन ने हमारी जमीन ली है. यह देश की सच्चाई है और सच्चाई कोई छुपा नहीं सकता है.' राहुल गांधी के इस दौरे में कांग्रेस महासचिव और पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना समेत कई प्रमुख नेता शामिल थे.
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