Ramdas Athawale in UP Politics: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (Republican Party of India) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास अठावले (Ramdas Athawale) भी यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में कूद पड़े हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी की बहुजन कल्याण यात्रा पूरे प्रदेश में चल रही है जिसका समापन 18 दिसंबर को रमाबाई अंबेडकर मैदान में होगा, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के साथ प्रदेश संगठन मंत्री संदीप बंसल शामिल होंगे. रैली की सफलता पर निर्भर करेगा कि वो यूपी में भाजपा (BJP) को सहयोग करने पर कितनी सीटें लेंगे. फिलहाल, अठावले ने 8 से 10 सीटें भाजपा से मांगने की बात कही है.


आरपीआई दलित समाज को सपोर्ट करने वाली पार्टी है
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि उनकी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया, बहुजन कल्याण यात्रा के जरिए प्रदेश में अपनी ताकत दिखा रही है. सहारनपुर से 26 सितंबर को शुरू हुई बहुजन कल्याण यात्रा का समापन 18 दिसंबर को लखनऊ में रमाबाई अंबेडकर मैदान में होगा. आरपीआई में सभी जाति वर्ग के लोग हैं और यही बाबा साहब की सही पार्टी है. उन्होंने कहा कि आरपीआई दलित समाज को सपोर्ट करने वाली पार्टी है, इसमें बनिया और क्षत्रिय कम्युनिटी शामिल है. ब्राह्मण भी साथ में आ रहा है और आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इसका लाभ मिलेगा. उन्होंने जाटव, खटिक, वाल्मीकि, पासी, अहिरवार, खरवार समेत सभी दलितों से आह्वान किया कि वो आरपीआई से जुड़ें. 


बीएसपी को धक्का देने आए हैं
रामदास अठावले ने कहा कि वो बहुजन समाज पार्टी को धक्का देने के लिए आए हैं. अपने चिर-परिचित अंदाज में अठावले बोले, 'ये जरूर है पक्का, 2022 के चुनाव में आरटीआई देगी बीएसपी को धक्का.' उन्होंने कहा कि वो पूरे उत्तर प्रदेश में घूमने वाले हैं. मायावती के लिए उनके मन में रिस्पेक्ट है. वो हमारी बहन हैं लेकिन वो मुझे भाई समझती हैं या नहीं, ये मुझे नहीं मालूम. उन्हें भी मुझे भाई समझना चाहिए. दलित वोट बैंक पर बोलते हुए अठावले ने कहा कि, मैंने बहुत बार कहा कि हमारी जमीन पर बीएसपी ने कब्जा किया है. आधी जमीन हमको मिलनी चाहिए और आधी जमीन पर कब्जा करने के लिए मैं यूपी आया हूं. हमें पूरी जमीन नहीं चाहिए लेकिन आधी जमीन लेकर रहेंगे.


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जाति व्यवस्था के लिए कांग्रेस जिम्मेदार
रामदास अठावले ने कहा कि देश में जाति व्यवस्था के लिए कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार है. कांग्रेस की फिलॉसफी सेकुलरिज्म की रही है. महात्मा गांधी ने जाति व्यवस्था खत्म की थी लेकिन 70 साल के शासन के बाद भी कांग्रेस जाति व्यवस्था खत्म करने में सफल नहीं हो सकी. उन्होंने राहुल गांधी को दलित से शादी करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि मैंने भी इंटरकास्ट मैरिज की है. मेरी वाइफ ब्राह्मण है. वो बनारस की है और करीब 150 साल से उनका परिवार मुंबई में रह रहा है. मैंने राहुल जी को कहा कि मैंने ब्राह्मण समाज की लड़की से शादी की है. आप दलित समाज की लड़की से शादी क्यों नहीं करते.


राहुल शादी कर लेंगे तो मोदी जी पर ज्यादा अटैक नहीं करेंगे
अठावले ने कहा कि राहुल गांधी बहुत परेशान रहते हैं और उनको मोदी पर अटैक करने की आदत है इसलिए राहुल गांधी के भविष्य के लिए उन्हें शादी कर लेनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को शादी की आवश्यकता है. उनके भले के लिए बोल रहे हैं. वो थोड़ा अस्थिर और अस्वस्थ रहते हैं. ज्यादा अस्वस्थ ना रहें इसलिए शादी कर लें. वो शादी करते हैं तो थोड़ा ठीक-ठाक हो जाएंगे. उनका मन शांत हो जाएगा तो मोदी जी पर ज्यादा अटैक नहीं करेंगे.


आर्यन ड्रग्स केस में कहा नवाब मलिक के आरोप गलत, समीर अच्छे अधिकारी
शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की ड्रग्स मामले में गिरफ्तारी को लेकर मचे हंगामे पर अठावले ने नवाब मलिक के आरोपों को गलत बताया है. उन्होंने कहा समीर वानखेड़े के पिता दलित समाज के हैं. उन्होंने मुस्लिम औरत से शादी की थी लेकिन ना उनका नाम दाऊद है और ना ही उनका दाऊद से कोई संबंध है. समीर वानखेडे अच्छे अधिकारी हैं. प्रभाकर नाम का गवाह जो 25 करोड़ रुपये की डील के आरोप लगा रहा है, वो इतने दिन बाद क्यों सामने आया? उसे कैसे मालूम हुआ कि 25 करोड़ रुपये मांगे जा रहे हैं? उसे सही जानकारी नहीं है. अठावले ने कहा कि, महाराष्ट्र सरकार ने उस पर दबाव डलवाकर ऐसा बोलने को कहा है और इसकी जांच होनी चाहिए. 


कानून में फेरबदल होना चाहिए
अठावले ने ये भी कहा कि नवाब मलिक समीर वानखेड़े पर इसलिए आरोप लगा रहे हैं क्योंकि उनके जमाई को ड्रग्स के केस में पकड़ा गया था. ये उनकी पार्टी का एनसीबी पर गुस्सा है. उन्होंने कहा कि आर्यन खान को अगर गलत पकड़ा गया है तो सात-आठ बार कोर्ट में जाने के बाद भी जमानत क्यों नहीं मिल रही. इसका मतलब है एनसीबी के पास काफी बड़े सबूत हैं इसलिए जज जमानत नहीं दे रहे, नहीं तो ऐसे वक्त पर अधिकारियों और सरकार पर जमानत के लिए टूट पड़ते हैं. उन्होंने कहा कि शराब पीने वाले को जेल में नहीं डालते तो ड्रग्स लेने वाले को भी जेल में नहीं डालना चाहिए. उसे नशा मुक्ति केंद्र भेजना चाहिए. अभी जेल भेजने का कानून है लेकिन इस कानून में फेरबदल होना चाहिए. मंत्रालय को इस पर विचार करना चाहिए.


किसानों को उनके नेता ही भड़का रहे
अठावले ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के लिए तीन कानून बनाए. किसान अगर कानून से संतुष्ट नहीं हैं तो कमियां बताएं. मोदी सरकार कानून में सुधार करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि किसानों को उनके नेता ही भड़का रहे हैं. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 11 बार किसान नेताओं से मीटिंग की लेकिन हर बार कानून वापस लेने की बात कही गई. किसान कानून वापस लेने की मांग छोड़ दें. क्या सुधार करना है, ये बताएं. 11 महीने से किसान आंदोलन चल रहा है. किसानों को तकलीफ देना अच्छी बात नहीं है. सरकार की समस्या ये है कि अगर कानून वापस लेंगे तो हर कानून वापस लेने की मांग होने लगेगी. उन्होंने कहा कि मोदी को किसानों ने प्रधानमंत्री बनाया है. जिन्होंने उन्हें प्रधानमंत्री बनाया उनके खिलाफ कानून भला वो क्यों लाएंगे.


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