UP Assembly Election 2022: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में पार्टी की सरकार बनने पर तीन महीने के अंदर जाति आधारित जनगणना कराकर आबादी के हिसाब से सभी को हक और सम्मान दिया जाएगा. अखिलेश ने सीबीआई, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को 'बीजेपी के प्रकोष्ठ' करार दिया और यह भी दावा किया कि सपा को मिल रहे जनसमर्थन से घबराई बीजेपी ने उसके मुकाबले अपने छह रथ मैदान में उतार दिए हैं, लेकिन वे सपा के रथ को टक्कर नहीं दे पा रहे हैं.
सपा अध्यक्ष ने 'समाजवादी विजय रथ यात्रा' के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "हम और आप पर आरोप लगता है कि हम किसी का हक छीन रहे हैं, लेकिन जातीय जनगणना से सब कुछ साफ हो जाएगा. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर तीन महीने के अंदर जातीय जनगणना की जाएगी और आबादी के हिसाब से सभी को हक और सम्मान दिया जाएगा. जनता जानती है कि हमने जो भी वादे किए उन्हें पूरा किया है."
बीजेपी को घबराहट होने लगी है- अखिलेश यादव
अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से गठबंधन का जिक्र करते हुए कहा, "जैसे ही हमने उनकी पार्टी को साथ लिया, तो दिल्ली से बीजेपी के आईटी प्रकोष्ठ, सीबीआई प्रकोष्ठ और ईडी प्रकोष्ठ सक्रिय हो गए. अब जैसे-जैसे चुनाव करीब आएगा और बीजेपी को हार का डर सताएगा तब यह दिल्ली वाले उत्तर प्रदेश में और भी ज्यादा आएंगे." अखिलेश का इशारा पिछले दिनों अपने कुछ करीबी सहयोगियों के यहां आयकर विभाग के छापों की तरफ था. उन्होंने बीजेपी द्वारा उत्तर प्रदेश के छह स्थानों से जन विश्वास यात्रा शुरू किए जाने पर तंज करते हुए कहा, "जनता ने जब से सपा की रथ यात्रा को जोरदार समर्थन देना शुरू किया है तब से बीजेपी को घबराहट होने लगी है. उसी का नतीजा है कि सपा के एक रथ के मुकाबले बीजेपी के छह रथ निकल रहे हैं. मगर हमारा एक रथ उन सभी पर भारी है."
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर सरकारी धन खर्च करके रैलियां आयोजित कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की रैली जनता की नहीं होती बल्कि सरकारी रैली होती है और उस पर सरकारी धन खर्च किया जाता है. यहां सपा की जो रैली हो रही है उसमें विशाल संख्या में आए लोग अपने संसाधनों से पहुंचे हैं.
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