UP Election 2022: पिछड़ों को साधकर 'सरताज' बनने की तैयारी में जुटे अखिलेश यादव
UP Elections: अखिलेश यादव ने दावा किया कि पिछड़ों ने यह तय किया है कि 2022 में सरकार का सफाया होगा. वहीं लालजी वर्मा ने दावा किया कि दलित समाज भी 50 फ़ीसदी बसपा का साथ छोड़ चुका है.
UP Assembly Election 2022: जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज हो गया है. अखिलेश यादव लगातार बीजेपी पर ये आरोप लगाते आ रहे हैं कि मौजूदा सरकार ने विकास के नाम पर सिर्फ समाजवादी सरकार द्वारा किए कामों का उद्धाटन किया है. अंबेडकर नगर में हुई एक रैली में अखिलेश यादव ने न सिर्फ बीजेपी पर निशाना साधा बल्कि आरएलडी से गठबंधन के भी संकेत दिए.
यह जनसमर्थन बदलाव का है- अखिलेश
अखिलेश ने कहा, "यह जनसमर्थन बदलाव का है इस सरकार ने सबको धोखा दिया है. सरकार सपा के कामों का उद्घाटन कर रही है. ना केवल अम्बेडकर नगर, बल्कि आसपास के जिलों में बलिया से लेकर पश्चिमी यूपी में बदलाव होगा. अगर सही ढंग से बुलडोजर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर चला होता तो यह आगरा एक्सप्रेस वे से बेहतर सड़क होती. कम से कम मुख्यमंत्री को बुलडोजर सही ढंग से सड़क पर चलानी चाहिए थी. उन्हें पता नहीं है कि कौन चीज कहां चलानी है. पिछड़ों ने यह तय किया है कि 2022 में सरकार का सफाया होगा. आजमगढ़ में यूनिवर्सिटी पहले ही बन रही थी जिसका काम रुका और फिर शुरू किया. समाजवादी पार्टी ने चंद्रशेखर जी के नाम पर बलिया में यूनिवर्सिटी दी थी आखिर उसका बजट क्यों रोक दिया." आरएलडी के साथ गठबंधन पर अखिलेश यादव ने कहा कि बहुत जल्दी जो भी गठबन्धन दल हैं उनके साथ इसी तरह रैलियां होंगी.
बीजेपी इस बार चुनाव में 100 सीटों में सिमट जाएगी- लालजी वर्मा
लालजी वर्मा ने विधानसभा चुनान के मद्देनजर दावा किया कि बीजेपी इस बार चुनाव में 100 सीटों में सिमट जाएगी. उन्होंने कहा, "दलित समाज भी 50 फ़ीसदी बसपा का साथ छोड़ चुका है. बसपा 2022 में 10 सीट का आंकड़ा भी नहीं पार कर पाएगी. उन्होंने दावा किया कि समाजवादी पार्टी के प्रति लोगों का जुड़ाव हो रहा है विशेषकर पिछड़े दलित सपा के साथ आ रहे हैं. अगला चुनाव सपा का है बंपर मेजॉरिटी के साथ समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएगी. लालजी वर्मा ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से 25 साल के हमारे संघर्ष को नकारते हुए, बिना किसी कारण के हमें पार्टी से निकाल दिया. कोरोना बीमारी से परेशान था उस दौरान हमें पार्टी से निकाल दिया. तब ऐसा महसूस हुआ कि ऐसा बर्ताव घरेलू नौकर के साथ भी नहीं किया जाता है, जैसा बर्ताव हमारे साथ हुआ. एबीपी गंगा से बात करते हुए लालजी वर्मा भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि पार्टी का नेतृत्व जो तय करेगा उस बात को मानेंगे. पार्टी का नेतृत्व जहां से उचित समझेगा वहां से चुनाव लड़ाएगा. हमने यह मानकर सपा ज्वाइन की है कि अखिलेश यादव जो जिम्मेदारी देंगे उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाएंगे.
अखिलेश यादव दोबारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे- राम अचल राजभर
सपा जॉइन करने वाले बसपा के पूर्व कद्दावर नेता राम अचल राजभर ने एबीपी गंगा पर बयान दिया कि जब हमें पार्टी से निकाला गया उसके बाद हमने बड़ा प्रयास किया कि हमारी पार्टी की नेता हमारी बात सुनें. लेकिन हमारा प्रयास अधूरा रहा. हमें नहीं बुलाया गया. उसके बाद बड़े पैमाने पर हमारे समर्थकों ने इस्तीफा दिया. मुझे पूरा विश्वास है कि 2022 में अखिलेश यादव दोबारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे. हम संगठन के लोग हैं मैंने मंच के माध्यम से बोला कि हम संगठन के लोग हैं मुझसे जैसा काम अखिलेश यादव लेंगे वह काम मैं कर लूंगा. बसपा में जो अपमान हुआ वह सामने दिख रहा है जिस तरह से समर्थक आये हैं.
ऐसा समर्थन आज से पहले कभी नहीं मिला- नरेश उत्तम पटेल
सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि हमारा भी 40 वर्ष का राजनीतिक जीवन है. जिस तरह से अखिलेश यादव जी को समर्थन मिल रहा है ऐसा समर्थन आज से पहले कभी नहीं मिला. समाजवादी पार्टी जाति धर्म से ऊपर उठकर काम करती है. बीजेपी से लोग नाराज हैं, महंगाई से बेरोजगारी से किसान फसलों की लूट से जनता बेहद परेशान है. जनता बीजेपी से नाराज है.
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