UP Election 2022: सिराथू में पल्लवी पटेल बनाम केशव प्रसाद मौर्य, क्या इस सीट पर कठिन होगी BJP की राह?
Sirathu Election 2022: यूपी स्थित कौशांबी के सिराथू से इस बार बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मैदान में हैं. सपा ने भी जातीय समीकरण ध्यान में रखते हुए पल्लवी पटेल को टिकट दिया है.
UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश स्थित कौशांबी की सिराथू विधानसभा सीट (Sirathu Assembly Election) से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने भी प्रत्याशी का एलान कर दिया है. सपा ने इस सीट से अपना दल की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल (Pallavi Patel) को टिकट दिया है.
माना जा रहा है कि सपा के इस दांव से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की राह आसान नहीं होगी. हालांकि डिप्टी सीएम का दावा है कि वह रिकार्ड वोटों से जीत दर्ज करेंगे. स्थानीयों का दावा है कि इस सीट पर सपा बनाम बीजेपी की सीधी लड़ाई है.
सिराथू सीट पर 10 साल पहले खिला कमल
सिराथू सीट के इतिहास की बात करें तो आज यह तक यहां से सपा ने सिर्फ साल 2014 के उपचुनाव में जीत दर्ज की थी. साल 1993 से लेकर साल 2007 तक यह क्षेत्र आरक्षित था और बहुजन समाज पार्टी के विधायक ने ही जीत हासिल की लेकिन साल 2012 में जब सीट सामान्य हुई तो भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य ने यहां से जीत दर्ज की.
सिराथू सीट से साल 2012 में केशव प्रसाद मौर्य ने ना सिर्फ जीत दर्ज की बल्कि इसके बाद उनके राजनीतिक करियर का ग्राफ उपर ही चढ़ता गया. साल 2012 में सिराथू से विधायक बने बीजेपी नेता साल 2014 में सांसद चुने गए. इसके बाद वह बीजेपी यूपी के चीफ भी बने.
क्या है सिराथू का जातीय गणित
सिराथू के जातीय समीकरण की बात की जाए तो यहां 3 लाख 80 हजार 839 वोटर हैं. दावा किया जाता है कि इसमें से 19 %सामान्य जाति के, 33 %दलित, 13 %मुस्लिम और करीब 34 %पिछड़े वर्ग से हैं. पिछड़ों में पटेल मतदाताओं की भूमिका यहां अहम मानी जाती है. समाजवादी पार्टी यहां जातीय समीकरण के आधार पर जीत दर्ज करने की कोशिश में है.
इस सीट पर दलितों की संख्या सबसे ज्यादा है. ऐसे में बसपा भी जीत की उम्मीद लगाए बैठी है. BSP ने यहां से संतोष त्रिपाठी को टिकट दिया है.
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