UP Assembly Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने कल्याणपुर से नेहा तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है. खुशी दुबे की बहन नेहा तिवारी को टिकट मिला है. खुशी की मां गायत्री तिवारी को टिकट मिलना था लेकिन आखिरी समय में वोटर लिस्ट से नाम काटा गया. कांग्रेस ने इसकी वजह बताई है और बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है.


कांग्रेस ने कहा, 'खुशी दुबे को प्रताड़ित करने वाली अत्याचारी सरकार इस हद तक गिर गई कि खुशी की मां गायत्री तिवारी को टिकट देते ही उनका नाम वोटर लिस्ट से गायब करवा दिया, जबकि वे वर्षों से वोटर थीं. अब उनकी जगह खुशी की बहन नेहा तिवारी चुनाव लड़ेंगी. महिला विरोधी बीजेपी, महिला शक्ति को नहीं रोक पाएगी.



बिकरू कांड में आरोपी खुशी दुबे की मां गायत्री तिवारी ने हाल ही में कांग्रेस का हाथ थामा था. गायत्री तिवारी ने हाल में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा से मुलाकात की थी, जिसके बाद उन्हें टिकट दिया गया था ताकि ‘खुशी दुबे को इंसाफ मिल सके. तब बिकरू कांड में शहीद हुए पुलिस कर्मियों के परिजनों ने कहा था कि ये शहीदों का अपमान है. आठ पुलिस कर्मियों की हत्या में शामिल अमर दुबे की सास को टिकट देना शर्मनाक बात है.


जानिए- क्या है मामला?


2 जुलाई 2020 को चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में विकास दुबे ने साथियों संग पुलिस टीम पर हमला कर दिया था. जिसमें सीओ बिल्हौर सहित आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. बाद में पुलिस मुठभेड़ में विकास दुबे और उसके पांच गुर्गों को ढेर किया गया था. पुलिस मुठभेड़ में मारे गए विकास दुबे के शूटर की अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. 


कांग्रेस पार्टी का कहना है कि बिकरू कांड से दो दिन पहले ही खुशी दुबे शादी करके ससुराल आई थी, लेकिन उसे भी जेल में डाल दिया गया. अगर घटना के दो दिन पहले ही उसकी शादी हुई थी तो फिर वह पति द्वारा किए गए अपराध में कैसे शामिल हो सकती है? कांग्रेस ने कहा, खुशी दुबे के साथ इंसाफ होना चाहिए.


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