लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh Assembly Elections) में अब सांप और जानवरों की भी एंट्री हो चुकी है. स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh), भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) और खुद की तुलना जानवरों से कर दी है.
एक ट्वीट में गुरुवार को मौर्य ने कहा- 'नाग रूपी आरएसएस एवं सांप रूपी भाजपा को स्वामी रूपी नेवला यू.पी. से खत्म करके ही दम लेगा.' मौर्य ने बीते दिनों योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे के बाद पार्टी से और कई विधायकों और मंत्रियों ने भाजपा छोड़ दी.
मौर्य के इस्तीफे के बाद उनके समर्थन में मुकेश वर्मा, विनय शाक्य, दारा सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया है. सभी ने पार्टी और सरकार में उपेक्षा का आरोप लगाया है. मौर्य के साथ बिल्हौर विधानसभा से बीजेपी विधायक भगवती सागर, तिंदवारी से बृजेश प्रजापति और शाहजहांपुर के तिलहर से बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा ने भी इस्तीफा दिया है.
पिछड़े समाज के बड़े नेता माने जाते हैं मौर्य
अपना इस्तीफा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सौंपते हुए मौर्य ने कहा था कि - दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं. मौर्य पिछड़े समाज के बड़े नेता माने जाते हैं. कोइरी-कुशवाहा जाति के वोटबैंक पर उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है. यूपी में कोइरी-कुशवाहा वोट लगभग 5 फीसदी है.
मौर्य के इस्तीफे के बाद कुछ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत कुछ नेताओं ने बात करने का आग्रह किया तो वहीं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनका अपनी पार्टी में स्वागत किया है. हालांकि मौर्य समेत किसी भी इस्तीफा देने वाले नेता ने अब तक ऐलान नहीं किया है कि वह कौन सी पार्टी में शामिल होंगे. अटकलें लगाई जा रही हैं कि यह नेता सपा में शामिल होंगे लेकिन अभी तक किसी ने पत्ते नहीं खोले हैं. खुद मौर्य ने कहा है कि वह 14 जनवरी यानी शुक्रवार को यह बताएंगे कि वह कौन से दल में शामिल होंगे.
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