लखनऊ. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद अपने खिलाफ जारी वारंट पर स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने पहली बार टिप्पणी की है.


उन्होंने कहा '8 साल पुराने केस में मंत्रिमंडल से इस्तीफा देते ही दूसरे दिन गैर जमानती वारंट जारी हुआ. इस प्रकार से दर्जनों केस भी लगेंगे तो स्वामी प्रसाद मौर्य का मनोबल कमजोर नहीं होगा, ये जितना छेड़ेंगे हम उतनी ही तेजी से इनपर हमलावर होकर नेस्तनाबूद करेंगे.'


बता दें मौर्य को पडरौना-एमपीएमलए कोर्ट ने 24 जनवरी को पेश करने के आदेश दिए गए हैं. ये वारंट 8 साल पुराने केस में जारी हुआ है जिसमें उन पर धार्मिक भावना भड़काने का आरोप है. मौर्य ने बीएसपी में रहते हुए पूजा न करने का बयान दिया था.


मौर्य ने हिन्दू-देवी देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और अपने समर्थकों से पूजा नहीं करने के लिए कहा था. तभी से उनके खिलाफ ये मामला चल रहा है. हालांकि ये वारंट नया नहीं है, ये पहले से जारी था, उन्होंने साल 2016 से इस पर स्टे ले रखा था. 12 जनवरी को उन्होंने अदालत में पेश होना था, लेकिन जब वो हाजिर नहीं हुए तो ये वारंट पूर्ववत जारी कर दिया गया. इस मामले पर अगली सुनवाई 24 जनवरी को होगी.


'स्वामी रूपी नेवला यू.पी. से खत्म करके ही....'
स्वामी के समर्थन में कोई बीजेपी विधायकों और 2 काबीना मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. गुरुवार को ही मौर्य ने आरएसएस और भाजपा पर गंभीर टिप्पणी की थी. एक ट्वीट में  मौर्य ने कहा- 'नाग रूपी आरएसएस एवं सांप रूपी भाजपा को स्वामी रूपी नेवला यू.पी. से खत्म करके ही दम लेगा.'


स्वामी ने बीते दिनों कहा था कि वह 14 जनवरी को यह ऐलान करेंगे कि कौन से दल में शामिल होंगे. हालांकि भाजपा से इस्तीफा दे चुके मौर्य के संबंध में अटकलें हैं कि वह सपा में शामिल हो सकते हैं. 


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