UP Assembly Election 2022: भारतीय जनता पार्टी में ज्वाइनिंग का सिलसिला लगातार जारी है. महाराजा सुहेलदेव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष बब्बन राजभर के साथ उनकी 66 सदस्यीय कार्यकारिणी के सदस्य बीजेपी में शामिल हुए. साथ ही पूर्व विधायक कालीचरण राजभर के साथ उनके 35 लोग सपा छोड़ बीजेपी में आए. गाजीपुर की जहूराबाद विधानसभा सीट से कालीचरण राजभर 2 बार विधायक रहे हैं. फरवरी 2021 में वो बसपा छोड़ सपा में आये थे और अब सपा छोड़ बीजेपी में शामिल हुए हैं.


इस मौके पर कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि सपा से पूछिए कि उनके यहां अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा, तो जवाब आएगा कि जो बेटा होगा. अगला अध्यक्ष वो होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बारे में पूछिये तो यही जवाब आएगा. बाकी दलों का भी ऐसा ही हाल है. लेकिन बीजेपी में आपमें से कोई भी भविष्य में अध्यक्ष बन सकता है. उन्होंने सपा सुभासपा के गठबंधन पर कहा, 'वहां जिनको देखते सब नकली. गुंडा माफियाओं के बदौलत रैली हो रही उनकी. कुछ दिन में हमारी रैली देखिएगा. हमें पार्टी ने कहा है कि जो इनके राजनीतिक शूटर बन रहे उन्हें शूट करके बाहर करो.'


कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कही ये बात


कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि 2022 के चुनावी संग्राम में राजभर अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने कहा, 'ओपी राजभर जब गाजी की मजार पहुंचे तभी उनका नाम तय हो गया था. ये ओपी नहीं असलम राजभर हैं. महाराजा सुहेलदेव के नाम पर पार्टी बनाने वाले ने गाजी के अनुयायियों के साथ गठबंधन किया.' बीजेपी में राजभर समाज के लोगों की जॉइनिंग पर उन्होंने कहा कि ये तो शुरुआत है, चुनाव आने तक कोई बचेगा नहीं वहां.


लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने दिया ये बड़ा बयान


बीजेपी जॉइनिंग कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने हरिशंकर तिवारी के परिवार के सपा में जाने पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि 6 दिन पहले उन्होंने बीजेपी से संपर्क किया था. लेकिन बीजेपी पहले स्क्रीनिंग करती है. हमने उनको शामिल करके फायदे की परिस्थिति नहीं देखी. वो जहां जाएं कोई नुकसान नहीं.'


ये भी पढ़ें :-


UP Election 2022: निषाद पार्टी के साथ लखनऊ में होगी BJP की संयुक्त रैली, सीट शेयरिंग को लेकर संजय निषाद ने किया बड़ा दावा


PM Modi in Varanasi: पीएम मोदी ने काशी पहुंचकर गंगा में लगाई डुबकी, देखें तस्वीरें