UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बुधवार राज्यपाल और यूपी के पूर्व सीएम स्व. कल्याण सिंह की जन्मस्थली अतरौली में सभा की. इस दौरान शाह ने कहा कि बाबूजी कल्याण सिंह ने सबसे पहले उत्तर प्रदेश के अंदर समाज का विभाजन किए बगैर पिछड़ा समाज को उसका अधिकार देने की बात की, अधिकार दिया और यूपी के पिछड़े समाज का राजकीय गौरव बढ़ाने का काम किया. 


उन्होंने कहा भाजपा ने मुझे 2013 में महामंत्री बनाकर यूपी का प्रभारी बनाया था. तब स्व. कल्याण सिंह ने एक पिता की तरह उत्तर प्रदेश की राजनीति के पाठ मुझे सिखाए.  वो एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने सबसे पहले उत्तर प्रदेश में समाज का विभाजन किए बिना पिछड़ा समाज को उसका अधिकार दिया.


'उत्तर प्रदेश की किस्मत बदलने वाला चुनाव'
गृह मंत्री ने कहा- 2014, 2017, 2019 के चुनाव उत्तर प्रदेश की किस्मत बदलने वाले चुनाव रहे हैं. बुआ-भतीजा की सरकारें, जातिवादी सरकारें यूपी का भला नहीं कर सकती थीं. यूपी बीमारू राज्य की श्रेणी में आ गया था. भाजपा की सरकार ने बदलाव लाने का काम किया है.


भाजपा नेता ने कहा- अखिलेश कोरोना टीके को लेकर देश और उत्तर प्रदेश को गुमराह किया, लेकिन बाद में खुद भी टीका लगवाया. अगर लोग उनके कहने पर टीका न लगाते तो क्या लोगों की जान बच पाती?


बहुजन समाज पार्टी पर हमलावर गृह मंत्री ने कहा- बहनजी की और अखिलेश की सरकार में गुंडे उत्तर प्रदेश के लोगों को परेशान करते थे. यूपी में माफियाओं से पुलिस डरती थी. योगी आदित्यनाथ की सरकार में माफिया उत्तर प्रदेश से पलायन कर गए हैं.


बीजेपी नेता ने कहा- यूपी में इन तीन जगहों पर मिलते हैं माफिया
अमित शाह ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में माफिया अगर ढूंढते हैं तो तीन ही जगह पर दिखाई पड़ते हैं- जेल,  उत्तर प्रदेश के बाहर और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों की सूची में.


उन्होंने कहा कि अलीगढ़ के ताले की फैक्ट्री में बुआ-भतीजा की सरकार ने ताला लगा दिया था.  भाजपा सरकार के एक जिला-एक उत्पाद के तहत यहां के ताला उद्योग को बढ़ावा दिया गया. अब ताला बनाने की सैकड़ों फैक्ट्री यहां फिर से शुरु हो गई हैं.


कानपुर में पड़े छापे पर बोले अमित शाह
सहकारिता मंत्री ने कहा कि बीते दिनों एक समाजवादी इत्र वाले के वहां छापेमारी हुई, जिसमें 250 करोड़ रुपये मिले. ये लोग कहते हैं कि मोदी जी राजनीति करते हैं. विपक्षी ये बताएं कि इत्र वाले से आपका क्या रिश्ता है? अगर रिश्ता नहीं है तो आपको दुख क्यों हो रहा है?  ये लोग पारदर्शी शासन नहीं दे सकते.


उन्होंने कहा कि अभी एक समाजवादी इत्र वाले के यहां रेड हुई, 250 करोड़ रुपये उसके पास निकला. इत्र वाले से समाजवादी का रिश्ता क्या है ये जनता को बताना चाहिए? अगर समाजवादी पार्टी का रिश्ता नहीं है तो आपको दु:ख क्यों हो रहा है?


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