UP Election 2022: अखिलेश और योगी पर एक साथ बरसे ओवैसी, पीएम मोदी का नाम लेकर दे डाला यह बड़ा बयान
सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘ओवैसी सपा के एजेंट हैं’ वाले बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि अगली बार आप इन नेताओं को आमने-सामने बैठाकर तय करा लीजिएगा कि ओवैसी किसके एजेंट हैं.
UP Election 2022: यूपी के चुनावी मैदान में उतरे AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने अखिलेश यादव और सीएम योगी पर तंज कसा है. ओवैसी ने कहा कि दोनों के बीच सबसे बड़े हिंदू बनने की प्रतियोगिता चल रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुजफ्फरनगर में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया गया. ओवैसी ने कहा, ''अखिलेश और योगी में कॉम्पटिशन चल रहा है कि मोदी से भी बड़े हिंदू बनने का. योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के बीच इस बात की लड़ाई चल रही है कि कौन बड़ा हिंदू है.
मोदी से बड़ा हिंदू साबित करने की लड़ाई- ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि खुद को मोदी से बड़ा हिंदू साबित करने के लिए दोनों एक दूसरे से लड़ रहे हैं. एक कोई एक मंदिर के बारे में बात करता है तो दूसरा किसी दूसरे मंदिर की बात करने लगता है. लेकिन अल्पसंख्यक, पिछड़े वर्ग को कोई बात नहीं कर रहा है. मुजफ्फरनगर में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया. उन्होंने कहा कि भागीदारी मोर्चा के कन्विनर बाबू सिंह कुशवाहा होंगे, जीतने पर सीएम वही बनेंगे. हम लोग लगभग 100 सीटों पर लड़ेंगे. विधानसभा चुनाव में कैंडिडेट के बाद ही चुनाव होता है और हर एक सीट पर कड़ा मुकाबला होता है. यह चुनाव बाइपोलर नहीं होने जा रहा.''
जिन्ना पर बयान अखिलेश की सोच को दिखाता है- ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि बीजेपी को बहुत बड़ा मुद्दा दे दिया अखिलेश ने जिन्ना का नाम लेकर. इस बात का यकीन कर लीजिए कि जिन्ना से भारत का कोई ताल्लुक नहीं है. जिन्ना पर बयान अखिलेश की सोच को दिखाता है. अखिलेश वही तो कर रहे हैं. बीजेपी मंदिर कह रही है तो वह भी मंदिर की बात कर रहे हैं.
इससे पहले ओवैसी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान अखिलेश और योगी को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया था. ओवैसी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ और अखिलेश में कोई फर्क नजर नहीं आता, ये दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू दिखते हैं. वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘ओवैसी सपा के एजेंट हैं’ वाले बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा, “अगली बार आप इन नेताओं को आमने-सामने बैठाकर तय करा लीजिएगा कि ओवैसी किसके एजेंट हैं. योगी आदित्यनाथ ने अपने अभियान की शुरुआत कैराना से करते हैं, हाथरस से ही कर लेते शुरुआत.”
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