UP Election 2022: शिवपाल के धुर विरोधी नेता ने थामा सपा का हाथ, जानिए स्वामी प्रसाद मौर्य के क्यों हैं खास?
मनीष यादव स्वामी प्रसाद मौर्य के खास माने जाते हैं. वे स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बसपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. उन्होंने अब स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ही बीजेपी छोड़कर सपा का दामन थाम लिया है.
UP Assembly Election 2022: बीजेपी नेता मनीष यादव ने सपा कार्यालय में विधिवत समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली. इस दौरान कोरोना गाइड लाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं और सैकड़ो की संख्या में सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे. मनीष यादव जसवंतनगर विधानसभा से शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ दो बार चुनाव लड़ चुके है.
मेरी घर वापसी हुई है-मनीष
मनीष यादव ने कहा आज 14 वर्षों बाद मेरी घर वापसी हुई है. वहीं मनीष ने जसवंतनगर से शिवपाल सिंह के पुत्र आदित्य यादव को चुनाव लड़ाने की मांग की. मनीष यादव ने कहां आदित्य युवा हैं और युवा को मौका मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सपा और आदित्य को जिताने का काम करेंगे.
स्वामी प्रसाद मौर्य के खास हैं मनीष
मनीष यादव स्वामी प्रसाद मौर्य के खास माने जाते हैं. वे स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बसपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. उन्होंने अब स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ही बीजेपी छोड़कर सपा का दामन थाम लिया है. मनीष यादव एक जमाने से समाजवादी पार्टी के विरोधी माने जाते रहे हैं. साल 2012 में मनीष यादव ने समाजवादी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले जसवंत नगर विधानसभा सीट से शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ा था.
शिवपाल के खिलाफ लड़ चुके हैं चुनाव
साल 2017 में जब स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए तो साथ में मनीष यादव अपने गुरु स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बीजेपी में शामिल हो गए. साल 2017 में एकबार फिर से शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ बीजेपी से चुनाव लड़े और इस चुनाव में शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ जसवंतनगर सीट पर 75 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए थे.
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