BJP MLA Dhirendra Singh: धीरेंद्र सिंह वर्तमान में जेवर विधानसभा सीट से बीजेपी के विधायक हैं. आगामी विधासभा चुनावों में इसी सीट से बीजेपी से उम्मीदवार भी हैं. जेवर सीट गौतमबुद्ध नगर के अन्तर्गत आती है. हालिया दिनों में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और बहुचर्चित फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर इस जगह ने काफी सुर्खियां बटोरी थी, यह दोनों प्रोज़ेक्ट उत्तर प्रदेश सरकार अपनी उपलब्धियों के तौर पर देखती है. यही कारण है कि इस सीट को राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी अहम् माना जाता है.


कौन हैं धीरेंद्र सिंह
बीजेपी विधायक धीरेंद्र सिंह का जन्म 1 नवंबर 1966 को गौतमबुद्ध नगर जिले के रबुपुरा कस्बे में हुआ था. उनके पिता का नाम ठाकुर हीरी सिंह और मां का नाम शांति देवी है. उनका संबंध एक किसान परिवार से है. उनका फैमिली बैकग्राउंड राजनीति से जुड़ा रहा है. धीरेंद्र सिंह ने साल 1988 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले बुलंदशहर के डीएवी (पीजी) कॉलेज से इतिहास में एम.ए किया. उनकी पत्नी का नाम ऊषा सिंह सिंह है, वह एक हाउस मेकर हैं.


धीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस से शुरू किया था राजनीतिक सफर
जेवर विधायक और बीजेपी उम्मीदवार धीरेंद्र सिंह ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत कांग्रेस से की थी. अब वो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा (BJP) के प्रमुख चेहरों में से एक हैं. स्थानीय लोगों में धीरेंद्र सिंह की छवि काफी अच्छी और सकारात्मक है. जेवर विधानसभा क्षेत्र के लोगों साथ नोएडा और दादरी क्षेत्र के लोग भी अपनी समस्याओं को लेकर उनके पास आते रहते हैं. धीरेंद्र सिंह ने अपने छात्र जीवन से ही राजनीति के मैदान में संघर्षरत रहे. बाद में वो कांग्रेस में शामिल हो गए और क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया. साल 2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया, हालांकि उन्हें तब सफलता नहीं मिली थी.


2011 में ग्रेटर नोएडा के भट्टा परसौल में किसानों के आंदोलन के बाद धीरेंद्र सिंह चर्चा का विषय बन गए. धीरेंद्र सिंह ही वह शख्स थे जो उस समय पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाकर गांव तक ले गए थे. जमीन अधिग्रहण के विरोध में किसान वहां जोरदार प्रदर्शन कर रहे थे. धीरेंद्र सिंह ने भारत में जमीन अधिग्रहण कानून में बदलाव के लिए किसानों के साथ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया.


बीजेपी के टिकट पर पहली बार पहुंचे थे विधानसभा में 
कांग्रेस के टिकट पर 2012 में मिली असफ़लता के बाद, 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी ने उन्हें जेवर से उम्मीदवार बनाया और धीरेंद्र सिंह चुनाव जीतकर पहली बार लखनऊ विधानसभा पहुंचे. उन्होंने तीन बार के विधायक और बसपा उम्मीदवार वेदराम भाटी को हराया था. 


हम आपको बता दें कि इस बार गौतमबुद्ध नगर में पहले चरण में मतदान होगा. 21 जनवरी को जेवर से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर धीरेंद्र सिंह ने अपना नामांकन दाखिल किया. जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, प्रदेश में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनना तय है. पिछले पांच साल में हुए विकास कार्यों से लोग वाकिफ हैं और बीजेपी इसी को लेकर इस बार चुनाव मैदान में है."


धीरेंद्र सिंह की कुल संपत्ति (Dhirendra Singh’s Net Worth)
बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर धीरेंद्र सिंह के जरिये दायर हलफनामे के मुताबिक उनकी और पत्नी की कुल संपत्ति 10 करोड़ 32 लाख 71 हजार 114 रूपये है. कुल संपत्ति में से 3 करोड़ 42 हजार 744 रूपये की चल सम्पत्ति है, इस चल सम्पति से 2 करोड़ 78 लाख 37 हजार 326 रूपये इनके हैं, 22 लाख 5 हजार 418 रूपये इनकी पत्नी के नाम है.  


वहीं इनके पास 7 करोड़ 32 लाख 28 हजार 370 रूपये की अचल संपत्ति जो इन्हीं के नाम पर दर्ज हैं. धीरेंद्र सिंह ने अपने आपको एक किसान के रूप में दर्ज किय है और इनके नाम से कहीं कोई क्रिमिनल केस नहीं दर्ज है. इसके अलावा विधायक के रूप में मिलने वाली सैलरी भी उन्होंने आय के स्रोतों में दर्ज किया है.


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