UP Election: 20 फरवरी को तीसरे चंरण में इत्र नगरी कन्नौज जिले में मतदान होना है. मतदान से पहले सपा की सबसे मजबूत सीट कही जाने वाली कन्नौज सदर विधानसभा सीट में चुनाव दिलचस्प हो गया है. दिलचस्प इसलिए क्योंकि बीजेपी ने 2022 विधानसभा चुनाव में किसी स्थानीय को टिकट न देकर कानपूर के पूर्व पुलिस कमिश्नर व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण को प्रत्याशी बनाकर सबको चौंका दिया है.


इस सीट हो हर हाल में जीतना चाहती है बीजेपी


माना जा रहा है बीजेपी पिछले 25 सालों से सपा के कब्जे में रहने वाली कन्नौज सदर विधानसभा सीट को हर हाल में जीतना चाहती है. जीतकर वो समाजवादी पार्टी का क्लीन स्वीप करना चाहती है. आपको बता दें कि 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सपा के गढ़ में सेंध लगाते हुए तीन विधानसभा सीटों में दो सीट तिर्वा और छिबरामऊ विधानसभा सीट पर सपा के प्रत्याशी को हराया था. जबकि कन्नौज सदर विधानसभा सीट पर बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा था. 2017 में हुई हार का बदला जीत में दर्ज कराने के लिए बीजेपी ने 2022 में नया प्रयोग किया है.


इस सीट पर सपा और बीजेपी में हुई थी कांटें की टक्कर


2014 में शुरू हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर का असर समाजवादी पार्टी का किला कहे जाने वाले कन्नौज में 2017 विधानसभा और 2019 लोकसभा चुनाव में देखने को मिला था. बीजेपी ने सपा के गढ़ में सबसे पहले 2017 विधानसभा चुनाव में जिले की तिर्वा और छिबरामऊ विधानसभा सीट जीतकर सेंध लगाई, फिर 2019 लोकसभा चुनाव में 28 साल पुरानी समाजवादी पार्टी की लोकसभा सीट छीनकर सपा के गढ़ को हिलाकर कर रख दिया. लेकिन कन्नौज सदर विधानसभा सीट पर मिली हार के चलते बीजेपी समाजवादी पार्टी के किले पर पूरी तरह से कब्जा नहीं कर पाई थी.


बीजेपी ने आईपीएस अधिकारी असीम अरुण पर जताया भरोसा


2022 विधानसभा चुनाव में सपा के किले पर पूरी तरह से कब्जा करने के लिए बीजेपी ने जहां तिर्वा और छिबरामऊ विधानसभा से मौजूदा विधायक कैलाश राजपूत और अर्चना पांडेय को टिकट देकर दोबारा प्रत्याशी बनाया है. वहीं 25 साल पुरानी सपा के कब्जे में रहने वाली कन्नौज सदर विधानसभा सीट से नया प्रयोग कर किसी स्थानीय को टिकट न देकर बीजेपी ने आईपीएस अधिकारी असीम अरुण को टिकट देकर जीत का भरोसा जताया है.


असीम अरुण ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद दिया


बीजेपी से टिकट मिलने के बाद आईपीएस असीम अरुण ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद दिया और कहा कि पार्टी ने उनको बड़ा टास्क दिया है. वह बीजेपी सरकार की जनकल्याणकारी विकास और बेहतर कानून ब्यवस्था की बात को लेकर जनता के बीच में जाएंगे और जनता आशीर्वाद देकर बीजेपी को जिताएगी. बीजेपी प्रत्याशी ने कहा कि उनकी राजनीतिक पारी कुछ दिनों की है. मखमली गद्दे, AC और हीटर वाले रूम में रहना आसान होता है लेकिन गांव-गांव घूमकर जनता की सेवा का जीवन बिलकुल अलग होता है.
 


सपा विधायक अनिल दोहरे ने जीत का दिलाया भरोसा


पिछले तीन बार से सदर विधानसभा सीट से सपा से बन रहे विधायक अनिल दोहरे का कहना है, 2017 और 2019 के चुनाव में बीजेपी ने जनता को गुमराह कर चुनाव जीत लिया था. अब कन्नौज की जनता बीजेपी को पूरी तरह से समझ गई है. 2022 विधानसभा चुनाव में कन्नौज की जनता कन्नौज की तीनों विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को वोटकर जिताएगी.
 


बहुजन समाजवादी पार्टी के संभावित प्रत्याशी ने कही ये बात


वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी के संभावित प्रत्याशी अमर सिंह फौजी का कहना था कि कन्नौज सदर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने 10 साल से राज किया और 25 साल से समाजवादी पार्टी राज कर रही है. दोनों पार्टियों के कार्यकलापों को कन्नौज सदर विधानसभा की जनता अच्छे से समझ चुकी है. जनता 2022 विधानसभा चुनाव में बसपा को वोट देकर जिताने का काम करेगी.


20 फरवरी को कन्नौज जिले में मतदान होना है


फिलहाल 20 फरवरी को कन्नौज जिले में मतदान होना है. बीजेपी ने कन्नौज सदर सीट पर सपा का तिलस्म तोड़ने के लिए एक आईपीएस अधिकारी असीम अरुण का सहारा लिया है. वहीं समाजवादी पार्टी ने तीन बार से चुनाव जीत रहे अनिल दोहरे पर चौथी बार विश्वास जताते हुए मैदान में उतारा है. अब आगामी 10 मार्च को यह देखने वाला होगा कि क्या बीजेपी अपने इस नए प्रयोग में कामयाब हो पाती है या समाजवादी पार्टी अपने किले को बचा पाती है


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