UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश के चुनाव में इस बार घमासान मचा हुआ है. पश्चिमी यूपी के कद्दावर नेता इमरान मसूद जिन्होंने ढोल नगाड़ों के साथ समाजवादी पार्टी का दामन थामा. इमरान मसूद और उनके समर्थक विधायक मसूद अख्तर ने 12 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और समाजवादी पार्टी में शामिल होने का एलान किया था लेकिन दोनों में से किसी को टिकट नहीं मिला है. पिछली बार नकुर से चार हजार वोटों से इमरान मसूद बीजेपी के धर्म सिंह सैनी से हारे थे.
टिकट न मिलने पर इमरान बीएसपी के संपर्क में
सैनी अब समाजवादी पार्टी में आ गए हैं और अखिलेश ने उन्हें टिकट देने का फैसला किया है. सहारनपुर देहात से समाजवादी पार्टी ने आशु मलिक को और बेहट से उमर अली को टिकट देने का मन बनाया है जबकि इमरान इस बार खुद बेहट से चुनाव लड़ना चाहते थे. सूत्रों के हवाले से खबर है कि अब समाजवादी पार्टी से मिली बेरुखी से इमरान मसूद बीएसपी से संपर्क में है, ऐसी चर्चा चल रही है.
अखिलेश को गुमान कि मुसलमान साथ-कांग्रेस नेता
कोर कमेटी के सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि इमरान मसूद एक बड़े नेता है उन्होंने जो फैसला लिया वह बेहद ही गलत है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "अखिलेश यादव को लग रहा है कि उत्तर प्रदेश का सारा मुसलमान भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए उनकी तरफ खिंच रहा है. अखिलेश यादव को इस बात का गुमान हो गया है. जब उन्हें लग रहा है कि उत्तर प्रदेश का सारा मुसलमान समाजवादी पार्टी की तरफ है तो वे मुस्लिम नेताओं को अपनी पार्टी में लेकर क्या करेंगे."
इमरान ने कांग्रेस छोड़ा तो तकलीफ हुई-कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेता ने कृष्णम ने कहा समाजवादी पार्टी में मुस्लिम नेताओं का कोई सम्मान नहीं है. अखिलेश यादव को लगता है कि मुसलमानों का समर्थन उनको प्राप्त है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा इमरान मसूद से हमें सहानुभूति है, वे कांग्रेस परिवार का हिस्सा थे और हमारा भी उनसे गहरा संबंध है. इमरान मसूद ने जब कांग्रेस पार्टी को छोड़ा तो बहुत तकलीफ हुई. फिलहाल वे कहीं भी जा सकते हैं, उनका राजनीतिक फैसला है.
वापस आना चाहें तो समर्थन करूंगा- प्रमोद कृष्णम
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कांग्रेस पार्टी संवैधानिक पार्टी है. अगर वे घर वापसी करते हैं तो यह फैसला भी कांग्रेस नेतृत्व तय करेगा. इमरान मसूद एक बड़े नेता है उनका राजनीतिक फैसला क्या है उन्हें स्वयं लेने दिया जाए. कांग्रेस पार्टी ने हमेशा ही इमरान मसूद का साथ दिया है. आखिरकार वे दूसरी पार्टी का रास्ता क्यों खोजने लगे. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा अगर इमरान मसूद कांग्रेस पार्टी में फिर से वापसी करना चाहते हैं तो मैं स्वयं इस बात की वकालत करूंगा.
कहा था इमरान का फैसला गलत-प्रमोद कृष्णम
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आगे कहा, फिलहाल यह फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व के ऊपर है. इमरान मसूद का हमेशा ही कांग्रेस पार्टी ने साथ दिया है. पहले भी कहा था इमरान मसूद का फैसला गलत है. बीजेपी को कोई हरा सकता है तो वह कांग्रेस पार्टी है. प्रियंका गांधी, राहुल गांधी बड़े नेता हैं. कांग्रेस पार्टी ही बीजेपी से टक्कर ले सकती हैं, इसीलिए सब को सोचना पड़ेगा. इमरान मसूद से हमारे व्यक्तिगत संबंध रहे हैं, इमरान मसूद का हमेशा ही कांग्रेस पार्टी ने समर्थन किया है. फिलहाल वह किस पार्टी की ओर जा रहे हैं, उनका राजनीतिक फैसला है.
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