UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती (Mayawati) ने सोमवार को एक जनसभा में कहा कि प्रदेश में मौजूदा बीजेपी की सरकार में पिछड़ों और दलितों को आरक्षण का पूरा लाभ नहीं मिला है. चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि प्रदेश के गरीबों, मजदूरों के साथ ही दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को बसपा की योजनाओं का सही से पूरा लाभ नहीं दिया.
इस जनसभा में प्रयागराज के अलावा कौशांबी, प्रतापगढ़ और फतेहपुर जिलों से लोग भारी संख्या में बसपा के झंडे लेकर पहुंचे थे जिसमें बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल थीं. मायावती हेलीकॉप्टर से दोपहर करीब दो बजे केपी कालेज ग्राउंड पर आईं और लोगों को संबोधित किया. वहीं, चारों जिलों की विधानसभा सीटों के बसपा प्रत्याशी भी इस जनसभा में मौजूद थे.
मायावती ने सपा पर लगाया ये आरोप
बसपा प्रमुख ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा की सरकार में गुंडों. बदमाशों, माफियाओं, अराजक तत्वों और सरेआम लूट खसोट करने और दंगे फसाद करने वालों का ही राज रहा है. उन्होंने कहा कि सपा की सरकार में दलित छात्रों के विदेश जाकर पढ़ाई करने की योजना खत्म कर दी गई. साथ ही सपा की सरकार ने दलित छात्रों की छात्रवृत्ति रोकने का भी काम किया. इसी सपा सरकार ने सरकारी भूमि आबंटन में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को मिलने वाली प्राथमिकता खत्म कर दी.
मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत के आजाद होने के बाद केंद्र और ज्यादातर प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार रही है. उन्होंने कहा कि अपनी गलत नीतियों के कारण यह पार्टी अन्य प्रदेशों के साथ ही उत्तर प्रदेश में सत्ता से बाहर है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जब सत्ता पर काबिज होती है और उसके अच्छे दिन होते हैं तो उसे दलितों के विकास का काम याद नहीं आता है. उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी ने यह किया होता तो हमें बसपा के गठन की जरूरत नहीं पड़ती. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बाद सपा और बीजेपी की सरकार में प्रदेश की जनता ज्यादातर मामलों में दुखी रही है.
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