UP Assembly Election 2022: सपा में शामिल होने के बाद आज लखनऊ से पहली बार विधायक विनय शाक्य और उनके भाई दिनेश शाक्य औरया जनपद पहुंचे. बिधूना विधानसभा सीट से विधायक का सपा कार्यकर्ताओं ने कार्यलय में भव्य स्वागत किया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने कोरोना गाइडलाइंस की भी धज्जियां उड़ाईं.
वहीं इन सब के बीच औरया जिले की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो रहा है. विधायक विनय शाक्य के घर में ही कलह देखने को मिला. बेटी का चाचा पर आरोप है कि बीमार पिता को जबरन सपा में शामिल कराया जा रहा है. इन सब के बीच पिता और चाचा आरोपों को झूठ बता रहे हैं.
औरया जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर किसका परचम?
उनका मानना है कि विरोधी बेटी को बहला कर बयानबाजी करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कि सपा से टिकट नहीं मिलने पर भी जन सेवा करेंगे. बीजेपी छोड़ने के पीछे पार्टी की मानसिकता को वजह बताया और कहा कि समझ नहीं आने से छोड़ दिया. बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर विनय शाक्य और दिनेश शाक्य दूसरी पार्टी में चले गए तो आसपास जिले में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो जाएगा.
बहराल इन सब के बीच बयानबाजी का खेल जारी है और इस बार औरया जिले की तीनों सीट पर किस का परचम लहराएगा, आने वाला समय ही बताएगा लेकिन सवाल है कि सपा में विधायक पहले भी रह चुके हैं और एक बार फिर से सपा का दामन संभाला है. अगर सपा प्रत्याशी घोषित करती है तो क्या जनता इस बार दल बदलू नेताओं को विधायक स्वीकार करेगी.