चुनावी नतीजों से पहले रफ्तार में नेताओं की जुबानी मिसाइलें, केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को बता डाला 'गुंडों का सरदार'
UP News: कल यूपी में चुनावी नतीजों का एलान होगा, जिसको लेकर राजनीतिक गहमागहमी तेज है. इस बीच केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने अखिलेश को गुंडो का सरदार बताया है.
UP Politics On Its High Ahead Of Poll Results: यूपी विधानसभा चुनाव के परिणाम आने में महज कुछ घंटे ही बाकी रह गए हैं, इस बीच नेताओं के बीच बयानों का दौर जारी है. कल जहां समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ईवीएम (EVM) और एग्जिट पोल (Exit Poll) को लेकर सरकार को घेरा वहीं अब बीजेपी नेताओं ने इसपर पलटवार करना शुरू कर दिया है. अखिलेश यादव के इस बयान पर कि ये लोकतंत्र का आखिरी चुनाव होगा, बीजेपी नेता और यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने निशाना साधा है.
सपाई गुंडों के सरदार अखिलेश यादव- केशव प्रसाद मौर्य
उप मुख्यमंत्री ने बयान दिया है कि अखिलेश यादाव के सपने में कोई आ गया और कहा होगा कि बंद करो 22 और तैयारी करो 2027 की, इसलिए वो हताशा में ऐसे बयान दे रहे हैं. अखिलेश यादव धैर्य रखें. इतना ही नहीं केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने लिखा है कि ''चुनाव प्रचार के दौरान पूरे प्रदेश में झगड़ा विवाद और मतदान के दिन बूथ कब्जा करने का प्रयास करने में लगे रहे असफल, सपाई गुंडों के सरदार अखिलेश यादव जी जनता ने सपा का सफाया कर दिया है, गुंडों के बल पर चुनाव नहीं जीत सकते हो, कमल की जय जयकार है!''
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अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पलटवार
इससे पूर्व बीते दिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ईवीएम को लेकर की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस पर हमला बोलते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने उनपर अपराधियों के संरक्षण का आरोप लगाया था. उन्होंने लिखा कि ''लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नहीं करने वाले अखिलेश यादव जी आपके मुंह से लोकतंत्र की बात निरर्थक है, परिवारवादी/जातिवादी मानसिकता के साथ जब-जब सत्ता मिली, सदैव अपराधियों के संरक्षक बन यूपी को दंगों की आग में झुलसाते हुए वोट बैंक की गंदी राजनीति के शिवा कुछ नहीं किया'' उन्होंने यह भी कहा कि परिवारवाद के प्रतीक अखिलेश यादव का हार के भय से लोकतंत्र बचाने के लिए क्रांति की बात करना महज़ हास्यास्पद है. कथित परिवारवाद से लोकतंत्र को बचाने का काम केवल भाजपा ही कर रही है.