UP News: योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने दी ऐतिहासिक जीत की बधाई, ट्वीट कर कही ये बड़ी बात
UP News: उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक सीएम योगी आदित्यनाथ ने उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की.
UP News: उत्तर प्रदेश चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत के बाद राज्य के कार्यवाहक सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर उन्हें जीत की बधाई दी और अगले पांच साल तक जनता का सेवा करने का संदेश भी दिया.
यूपी के कार्यवाहक सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि आज योगी आदित्यनाथ जी से भेंट हुई. उन्हें उत्तर प्रदेश चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत की बधाई दी. बीते 5 वर्षों में उन्होंने जन-आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अथक परिश्रम किया है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले वर्षो में वे राज्य को विकास की और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.
वहीं पीएम से मुलाकात के बाद सीएम योगी ने भी ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- "विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय राजनेता, 'आत्मनिर्भर भारत' के शिल्पकार, 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' के स्वप्नदृष्टा आदरणीय प्रधानमंत्री जी से आज नई दिल्ली में स्नेहिल भेंट हुई. अपनी व्यस्ततम दिनचर्या से समय प्रदान करने व आत्मीय मार्गदर्शन करने हेतु प्रधानमंत्री जी का हृदयतल से आभार!"
उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू से की मुलाकात
इससे पहले दिन में योगी ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष से भी मुलाकात की. योगी आदित्यनाथ के भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से भी मुलाकात की. इसके अलावा उनके केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करने की भी संभावना है.
मुख्यमंत्री के रूप में लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने की तैयारी कर रहे आदित्यनाथ, शाह और नड्डा समेत शीर्ष पार्टी नेतृत्व के साथ वार्ता के दौरान सरकार गठन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं.
कब तक दिल्ली में रहेंगे योगी आदित्यनाथ?
सूत्रों ने बताया कि आदित्यनाथ के दो दिन तक राष्ट्रीय राजधानी में ठहरने की संभावना है. भाजपा को राज्य की 403 सदस्यीय विधानसभा के लिए हाल में हुए चुनावों में 255 सीट हासिल हुई हैं और उसके दो सहयोगी दलों ने 18 सीट जीती हैं.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस जीत के साथ आदित्यनाथ का कद बढ़ा है, क्योंकि राज्य में भाजपा के पुन: जीतने के प्रयासों के केंद्र में उनका नेतृत्व था.
यह भी पढ़ें: