UP Election: वाराणसी की इस सीट को लेकर ओपी राजभर ने कर दिया ये बड़ा दावा
UP Elections: एबीपी गंगा से एक्सक्लूसिव बातचीत में ओपी राजभर ने आईटी के छापे पर प्रतिक्रिया देते हुए छापे को बीजेपी की हताशा करार दिया.
UP Assembly Election 2022: सुभासपा के नेता ओपी राजभर ने वाराणसी की अजगरा विधानसभा में अपना दल की नेता पल्लवी पटेल के साथ जनता का आह्वान कर गठबंधन को जीत दिलाने की अपील की. एबीपी गंगा से एक्सक्लूसिव बातचीत में ओपी राजभर ने आईटी के छापे पर प्रतिक्रिया देते हुए छापे को बीजेपी की हताशा करार दिया. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में भूत, प्रेत, पिशाच की भी बात कही. बता दें कि ओपी राजभर ने अजगरा विधानसभा में सपा गठबंधन की जीत का नारा बुलंद किया गया.
वाराणसी की अजगरा विधान सभा में आज सुभासपा सपा और अपना दल की संयुक्त सभा हुई. सुभासपा नेता ओपी राजभर और अपना दल की नेता पल्लवी पटेल भी अजगरा विधानसभा के बिरापट्टी बरईपुर गांव में मंच पर एक साथ मौजूद दिखे. इस बार गठबंधन के समीकरण बदले हैं. एबीपी गंगा इस बदले समीकरण से आपको रूबरू करा रहा है. पुर्वांचल में चुनावी बिगुल बज रहा है, जो 2017 में साथ थे आज उस जगह पर समीकरण बदला दिख रहा है. भीड़ भी खूब हो रही है. लेकिन अब ये देखना होगा कि जनता चुनाव में किसको विजय दिलाती है.
अजगरा विधानसभा सीट के बारे में जानें
अजगरा विधानसभा सीट के बारे में बात करें तो साल 2012 में ये विधानसभा अस्तित्व में आई. उस वक्त त्रिभुवन राम ने इस सीट से बसपा प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की. लेकिन साल 2017 विधानसभा में बीजेपी अपना दल और सुभासपा के गठबंधन ने सुभासपा के कैलाश नाथ सोनकर ने विजय हासिल की और त्रिभुवन राम को तीसरे नंबर पर खदेड़ दिया. लेकिन इस बार अपना दल जिसमें कि कृष्णा पटेल का समर्थन है, सुभासपा और सपा के साथ गठबंधन कर लिया है. अब गठबंधन की तस्वीर बदली है और मंच से सामने वाली पार्टी बीजेपी को हराने का आह्वान जारी है. सपा को जीत दिलाने की बात कही जा रही है.
कौन हैं त्रिभुवन राम?
त्रिभुवन राम वाराणसी के अजगरा विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर विधायक भी रह चुके हैं. त्रिभुवन राम मार्च 2012 में पहली बार सोलहवी विधानसभा के सदस्य चुने गए. वह लोक निर्माण विभाग में मुख्य अभियंता के पद से रिटायर होने के बाद बसपा में शामिल हुए थे और मायावती के करीबी नेता रहे हैं. हालांकि टी राम की छवि अजगरा में मिलनसार नेता की थी. लेकिन 2017 की लहर में गठबंधन के सहारे के बाद टी राम की नाव डूब गई लेकिन इस बार जनता बदलाव के मूड में है.
ये भी पढ़ें :-
UP Election 2022: अखिलेश यादव का दावा- हर रात सपने में आते हैं भगवान श्री कृष्ण और कहते हैं....