यूपी चुनाव: मायावती के बाद अब अखिलेश यादव का 'ब्राह्मण कार्ड', बनाई ये रणनीति
सपा के बैनर तले 23 अगस्त को बलिया में प्रबुद्ध सम्मेलन होगा. इस सम्मेलन में ब्राह्मण, राजपूत, भूमिहार के साथ ही अन्य जातियों के शिक्षित लोगों का जमावड़ा होगा.
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UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में अगले साल के शुरू में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने ब्राह्मण संपर्क कार्यक्रम के तहत 'प्रबुद्ध सम्मेलनों' की एक श्रृंखला आयोजित करने की मंजूरी दे दी है. बसपा अपने ब्राह्मण चेहरे और पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के नेतृत्व में अयोध्या से 'प्रबुद्ध सम्मेलनों' की एक श्रृंखला शुरू कर चुकी है. सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने सोमवार को बताया कि पार्टी के प्रबुद्ध प्रकोष्ठ और परशुराम पीठ के वरिष्ठ सपा नेताओं ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की. पार्टी अध्यक्ष ने अगले महीने बलिया से, बैठकों की एक श्रृंखला आयोजित करने की अनुमति दी है.
चौधरी ने कहा कि पार्टी के पूर्व विधायक संतोष पांडे के नेतृत्व में परशुराम पीठ ने भी ऐसी बैठक आयोजित करने की इच्छा जताई और पार्टी अध्यक्ष ने इसे हरी झंडी दे दी है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ब्राह्मणों और अन्य लोगों के लगातार उत्पीड़न और अत्याचारों को लेकर लोगों में नाराजगी है और उन्हें जागरूक किया जाएगा कि राज्य में सपा के नेतृत्व वाली सरकार में ही उन्हें न्याय मिलेगा.
23 अगस्त को बलिया में सपा का प्रबुद्ध सम्मेलन होगा
पिछले लोकसभा चुनाव में बलिया से सपा के उम्मीदवार रहे सनातन पांडेय ने बताया कि सपा के बैनर तले 23 अगस्त को बलिया में प्रबुद्ध सम्मेलन होगा. उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन को विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय और सपा प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज पांडेय सम्बोधित करेंगे. उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में ब्राह्मण, राजपूत, भूमिहार के साथ ही अन्य जातियों के शिक्षित लोगों का जमावड़ा होगा. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह जातीय सम्मेलन नही है.
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार, 18 जुलाई को दावा किया कि अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट नहीं देंगे. मायावती ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, ''मुझे पूरा भरोसा है कि अब ब्राह्मण समाज के लोग भाजपा के बहकावे में नहीं आएंगे और अगले विधानसभा चुनाव में उसे वोट नहीं देंगे.''
मायावती ने घोषणा की थी कि ब्राह्मण समाज को जागरूक करने के लिए बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र के नेतृत्व में 23 जुलाई को अयोध्या से एक अभियान शुरू किया जा रहा है और ब्राह्मणों को भरोसा दिया जाएगा कि बसपा शासन में ही उनका हित सुरक्षित है. पिछले शुक्रवार को बसपा महासचिव सतीश मिश्रा की अगुवाई में अयोध्या में प्रबुद्ध सम्मेलन की श्रृंखला शुरू की गई, जो अन्य जिलों में भी चल रही है.
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