यूपी चुनाव 2020: अखिलेश यादव के 400 सीटों के दावे पर बीजेपी का पलटवार, कहा- 'सपा को 40 सीटें बचाने की चुनौती है'
बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि अखिलेश यादव पिछले चार साल से 'वर्क फ्रॉम होम' कर रहे हैं. अब विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख उन्होंने सक्रियता दिखाई है.
UP Assembly Election 2022: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया कि सत्तारूढ़ बीजेपी से उत्तर प्रदेश की जनता कि नाराजगी देखकर लगता है कि उनकी पार्टी राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में 400 सीटें हासिल करेगी. सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि सरकार हर मुद्दे पर नाकाम है. अभी तक हम 350 बोलते थे लेकिन जिस तरह की नाराजगी जनता के बीच है, हो सकता है हम 400 सीटें जीत जाएं. आज तो स्थिति ऐसी है कि बीजेपी के पास प्रत्याशी कम पड़ जाएंगे. प्रत्याशी टिकट ही नहीं मांगेंगे. यादव के 400 सीटें जीतने के दावे पर योगी आदित्यनाथ सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ''400 का सपना देख रहे सपा नेता के सामने चुनाव में 40 सीटें बचाने की बड़ी चुनौती है.''
अखिलेश ने आरोप लगाया कि पिछले रविवार को मिर्जापुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली में दावा किया कि प्रदेश की बीजेपी सरकार ने 2017 के चुनावी घोषणापत्र के सभी वादे पूरे किए हैं, लेकिन सच्च यह है कि बीजेपी ने अभी तक अपना घोषणापत्र खोलकर देखा तक नहीं है. बीजेपी पर राजनीति को जनसेवा नहीं बल्कि कारोबार का जरिया बनाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ''बीजेपी के लोग मेनिफेस्टो नहीं बल्कि मनीफेस्टो बनाते हैं. उनके लिए राजनीति व्यापार है.''
विपक्ष के डीएनए पर सवाल उठा रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा, ''योगी जी न जाने किस बायोलॉजिस्ट से मिले, लेकिन उन्हें डीएनए का फुल फॉर्म तक नहीं मालूम होगा.'' अखिलेश ने बीजेपी पर किसानों से वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा, ''बीजेपी के संकल्प पत्र में पहला वादा 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का था लेकिन मौजूदा सरकार को यह भी नहीं पता होगा कि किसानों की आय क्या है.''
मायावती ने भी अखिलेश पर साधा निशाना
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने समाजवाद के प्रणेता जनेश्वर मिश्र की जयंती पर गुरुवार को साइकिल यात्रा निकाल रही सपा पर निशाना साधा. मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ''दिवंगत जनेश्वर मिश्र की जयंती पर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किया. उनके नाम पर लखनऊ में जो पार्क है उसे बसपा सरकार ने बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर के नाम पर बनाया, मगर सपा सरकार ने जातिवादी सोच एवं द्वेष के कारण इसका नाम भी नए जिलों आदि की तरह बदल दिया, यह कैसा सम्मान?''
अखिलेश यादव पिछले चार साल से 'वर्क फ्रॉम होम' कर रहे हैं- बीजेपी
उधर, बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने भी कहा कि अखिलेश यादव पिछले चार साल से 'वर्क फ्रॉम होम' कर रहे हैं और इस दौरान वह कभी जनता के मुद्दों को लेकर सड़क पर नजर नहीं आए. अब विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख उन्होंने सक्रियता दिखाई है लेकिन चुनाव में उनकी पार्टी को इसका कोई फायदा नहीं होगा.
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि गुंडों, माफियाओं और भ्रष्टाचारियों का गैंग चलाने वाले अखिलेश यादव के मुंह से कानून व्यवस्था और न्याय की बात अच्छी नहीं लगती. उन्होंने कहा कि किसानों को तबाह करने वाले अखिलेश को किसानों की खुशहाली और कृषि विकास को देखना चाहिए. योगी सरकार ने चार साल में किसान, नौजवान, मजदूरों और ग्रामीणों की किस्मत बदलने का काम किया है. जिन गन्ना किसानों का पैसा अखिलेश सरकार नहीं दे पाई थी. वह भी योगी सरकार ने किसानों को दिया.
हम जनता के मुद्दों पर सड़कों पर थे- अजय कुमार लल्लू
सपा की साइकिल यात्रा के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा, ''राज्य के लोग जानते हैं कि कांग्रेस ने पिछले चार सालों में उनके मुद्दों के लिये संघर्ष किया है. हम जनता के मुद्दों पर सड़कों पर थे. सपा मुख्य विपक्षी दल है, लेकिन वह कांग्रेस ही है जो हर मौके पर लोगों के साथ खड़ी रही.''
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