सहारनपुर: यूपी के सहारनपुर का शेखुल हिंद मौलाना महमूद हसन मेडिकल कॉलेज बेहतर चिकित्सा व्यवस्था का एक उदाहरण है. लेकिन मेडिकल कॉलेज में कर्मचारियों की तनख्वाह नहीं आ रही है. कोरोना काल के चलते तीन महीने बाद जो तनख्वाह आई है वो पूरी नही आई है. कर्मचारियों को आधी तनख्वाह दी गई हैं. ऐसे में अस्पताल के सैकड़ों कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. हड़ताल का असर उन मरीजों पर भी पड़ रहा है जो रोजाना यहां इलाज के लिए आते हैं.


अस्पताल में हर रोज करीब दो हजार से ज्यादा मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. मेडिकल कॉलेज में करीब 350 कर्मचारी हैं, जिनकी तनख्वाह नहीं आई है. इनमें वॉर्ड बॉय, नर्स और टेक्नीशियन शामिल हैं. कॉलेज में ज्यादातर कर्मचारी सविंदा पर हैं और इन कर्मचारियों को तनख्वाह देने की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी की है.


ऊपर से पैसा नहीं मिल रहा है- कंपनी


कंपनी का कहना है कि उन्हें ऊपर से पैसा नहीं मिल रहा है. और यही वजह है कि कर्मचारियों को वे तनख्वाह नहीं दे पा रहे हैं. मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज का कभी दौरा नहीं किया और न ही मेडिकल कॉलेज की सुध ली. ऐसे में तनख्वाह नहीं आने से मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी बेहद परेशान हैं. कर्मचारियों की न तो सरकार सुध ले रही है और न ही प्रशासन.


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