Coal Crisis in Uttar Pradesh: कोयले की कमी के कारण यूपी में भी बिजली सेवाओं पर खासा असर पड़ रहा है. प्रदेश में बिजली की कमी को पूरा करने के लिए योगी सरकार को दोगुने दाम पर बिजली खरीदनी पड़ रही है. मंगलवार को पावर कॉरपोरेशन ने एक करोड़ 60 लाख यूनिट बिजली दोगुने से भी अधिक कीमत पर खरीदी है. वही, प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने लोगों से बिजली का अनावश्यक इस्तेमाल ना करने की अपील की है. 


श्रीकांत शर्मा ने बीती रात तीन ट्वीट किए. श्रीकांत शर्मा ने कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में शाम 6 बजे से सुबह 7 बजे तक उपभोक्ता के घर बिजली पहुंचे. यह सभी MD Discom सुनिश्चित करें. साथ ही लोकल फॉल्ट तत्काल दूर हों. श्रीकांत शर्मा ने यूपीपीसीएम चेयरमैन को इसकी निगरानी करने को कहा है.






14 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीद रही सरकार
श्रीकांत शर्मा ने बताया कि बरसात के कारण कोयले की आपूर्ति में व्यवधान आया है. सरकार सस्ती व निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए संकल्पबद्ध है। आज एक्सचेंज से 14 रुपये/यूनिट की खरीदी गई बिजली गरीब परिवारों को पहले 100 यूनिट तक मात्र 3 रुपये/यूनिट में दी जा रही है. श्रीकांत शर्मा ने लोगों से अनावश्यक विद्युत उपकरणों का  इस्तेमाल न करने की अपील भी की.




वही इस मामले में उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने कहा की कोयले की कमी तो पहले से है. केंद्रीय मंत्री मानने को तैयार नहीं हैं. उनका कोयले की कमी न होने वाला बयान हास्यपद था. अवधेश वर्मा ने कहा कि दोगुने से अधिक दाम पर कुछ समय तक बिजली खरीद कर व्यवस्था संभाली जा सकती है, लेकिन अधिक दिनों तक नहीं. उन्होंने कहा कि इसे लेकर सरकार को आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए. इसके अलावा बिजली बेचने की पावर एक्सचेंज की कीमतों पर सीलिंग लगाई जानी जरूरी है.



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