UP News: यूपी के वित्त मंत्री और गोरखपुर के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने गोरखपुर के दो दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने दूसरे दिन सोमवार को मलिन बस्ती और कान्हा उपवन का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि वे कान्हा उपवन की बेहतर व्यवस्था से काफी संतुष्ट हैं. यहां पर गोशाला का संचालन बहुत ही अच्छे ढंग से हो रहा है. इससे वे काफी संतुष्ट हैं. गोबर से कम्पोस्ट बनाई जा रही है. इस कान्हा उपवन में गाय के गोमूत्र से फिनायल और किसी प्रकार से रिसाइकिल कर अन्य प्रयोग में लाया जाएगा, तो बेहतर होगा. नगर आयुक्त ने कहा है कि इसके लिए भी 15 दिन में व्यवस्था करेंगे. यहां गौशाला का बेहतर संचालन हो रहा है.
गोरखपुर में हो रहा चहुंमुखी विकास
मंत्री ने कहा कि गोरखपुर का चहुंमुखी विकास देखकर खुशी होती है. पांच साल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर का स्वरूप बदल दिया है. इसके पूर्व गोरखपुर के प्रभारी और यूपी सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना ने यूपी के अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ और हज राज्यमंत्री दानिश अंसारी और जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक के साथ गोरखपुर के वार्ड नंबर-42 पुर्दिलपुर में मलिन बस्ती का निरीक्षण किया. मलिन बस्ती में जाने के पहले उन्होंने नाले पर कई मकान देखकर हैरान रह गए. उन्होंने अफसरों से पूछा, तो बताया गया कि मकान काफी पहले से बने हुए हैं. उन्होंने नाले से पानी के निकासी की व्यवस्था ठीक नहीं होने पर नाराजगी जताई.
नाले नालियों की होती रहे सफाई
रविवार को गोरखपुर पहुंचे प्रभारी मंत्री के साथ अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ और हज राज्यमंत्री दानिश अंसारी भी मौजूद रहें. मलिन बस्ती में प्रभारी मंत्री ने कुछ महिलाओं और बच्चों से बात की. उन्होंने बस्ती के लोगों से स्वच्छता अपनाने और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने को कहा. उन्होंने नगर निगम के अफसरों से महानगर में सफाई कार्यों को और दुरुस्त करने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि नाले-नालियों की हमेशा सफाई होती रहे, जिससे जलभराव की स्थिति पैदा न हो.
क्या कहा वित्त मंत्री ने?
यूपी के वित्त और संसदीय कार्य और गोरखपुर के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि वे दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर आए हैं. आज उनके दौरे का दूसरा दिन है. उनके साथ यूपी के अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ और हज राज्यमंत्री दानिश अंसारी और जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक भी हैं. उन्होंने कहा कि पहले दिन उन्होंने अधिकारियों, पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की है. आज वे स्कूल, अस्पताल, मलिन बस्ती, गौशाला और शहर का भ्रमण किए हैं. उन्होंने कहा कि पांच साल में गोरखपुर काफी बदल गया है. वे साल 2017 के पहले और 2019 के लोकसभा चुनाव के समय भी गोरखपुर आए थे. इसके बाद भी वे गोरखपुर आते रहे हैं.
जनपद स्तर पर तैयार किए जा रहे 4 लाख 82 हजार झंडे
मंत्री ने कहा कि उन्हें ये देखकर काफी प्रसन्नता है कि हर क्षेत्र में काफी उल्लेखनीय प्रगति हुई है. वे सीएम योगी आदित्यनाथ को बधाई देना चाहते हैं कि उन्होंने बहुत बड़े पैमाने पर विकास के कार्यों में रुचि लेकर उन्हें जमीन पर उतारा है. अमृत सरोवर एक योजना आई है. 1294 अमृत सरोवर बनने का लक्ष्य है. 15 अगस्त तक 153 अमृत सरोवर का कार्य पूरा हो गया है. 15 अगस्त तक 268 पूर्ण किए जाने हैं. आजादी के 75 साल हो गए. 11 से 17 अगस्त तक हर घर पर तिरंगा फहराएं. सभी का आह्वान करते हैं. गोरखपुर का 8 लाख 32 हजार का लक्ष्य रहा है. जिसमें गोरखपुर में 3 लाख 95 हजार झंडे तैयार किए जा चुके हैं. जनपद स्तर पर 4 लाख 82 हजार झंडे तैयार किए जा रहे हैं.
गोरखपुर के लोगों को मिला है योजनाओं का लाभ
गोरखपुर प्रभारी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के बारे में बहुत कहा जाता है. कन्या सुमंगला योजना बहुत पॉपुलर योजना हुई. गोरखपुर में इसका लोगों को बहुत बड़ा लाभ मिला है. 42 हजार 624 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया. 664.84 लाख रुपए छह चरणों में कन्याओं को पढ़ाने के लिए दिए गए. जब लड़का पैदा हो, तो लोग लड्डू बांटते हैं. योगी जी ने ऐसी व्यवस्था दी कि लड़की पैदा हो, तो भी लड्डू बांटो. दो लाख रुपए की आमदनी वालों को भी ये सुविधा उपलब्ध है. जब लड़की पढ़कर तैयार हो जाए, तो उसे स्वयं सहायता समूह से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने की योजना भी खूब पॉपुलर हुई. उन्होंने बताया कि 1584 स्वयं सहायता समूह का गठन हुआ है. जितना लक्ष्य था उससे अधिक का गठन हुआ. सामूहिक विवाह योजना सबसे अधिक प्रसिद्ध हुई है. 2017 से 22 के बीच 3026 लोगों को अभी तक लाभान्वित किया जा चुका है. 2022 से 2023 तक 3410 लोग लाभान्वित होंगे. लड़की के पैदा होने से उसके विवाह तक की योजना हमारे सरकार ने लाई है. इसके अलावा पंचायत भवन बड़े पैमाने पर सराहा गया.
सालिड वेस्ट मैनेजमेंट है बड़ी चुनौती
मंत्री ने कहा कि ग्राम पंचायत सबसे छोटी इकाई होने के बाद भी उसे हर तरह से लाभ दिया गया. 98 प्रतिशत पंचायत भवन बन गए. गोरखपुर में 484 का लक्ष्य रहा है. 464 बने हैं. अन्य का निर्माण हो रहा है. ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के शौचालय में बड़े पैमाने का लक्ष्य पूरा हुआ है. बड़े पैमाने पर सामूहिक शौचालय बनाए गए हैं. 6 लाख 64 हजार 428 का लक्ष्य पूरा हो गया है. 24,761 के लक्ष्य के सापेक्ष 23043 यानी 93.6 प्रतिशत के लक्ष्य की पूर्ति कर ली गई है. उन्होंने कहा कि गोबर और गोमूत्र को एकत्र करके प्रयोग में लाया जाएगा. जिससे गौशाला की स्थिति को उसके माध्यम से बेहतर कर सकते हैं. गोबर से कम्पोस्ट खाद बन रही है. इसके अलावा गोमूत्र से फिनायल बनाकर आमदनी होगी. गोरखपुर में खासतौर से दो गांव को चयनित कर 25-25 लाख रुपए आवंटित करके हरिहरपुर और गाजेघरा में सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत चयनित किए गए. इनका कार्य लगभग पूरा हो चुका है. ये गांव भी मॉडल के रूप में काम करेंगे. सालिड वेस्ट मैनेजमेंट भी हमारे सामने बड़ी चुनौती है.
98 प्रतिशत आवासों का कार्य कर लिया गया है पूर्ण
वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर कहा कि इस योजना के अंतर्गत 26,335 आवास के सापेक्ष 25,667 यानी 98.22 प्रतिशत आवासों का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. 2021-22 में 388 के लक्ष्य में 383 आवास पूर्ण हो गए हैं. 2022-23 में 509 आवास का लक्ष्य है. इसमें 435 आवास यानी 85.46 प्रतिशत स्वीकृत कर दिए गए हैं. 2022-23 में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में 30,891 आवास लक्षित रहे हैं. इसमें 28,401 आवासों यानी 91.92 प्रतिशत को पूरा कर लिया गया है. 2022-23 में 4379 आवासों के लक्ष्य में 1624 का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है. प्रधानमंत्री शहरी और ग्रामीण योजना में बहुत अच्छी प्रगति दिख रही है.