Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में गोस्वामी तुलसीदास (Goswami Tulsidas) की रामचरित मानस (Ramcharitmanas)की चौपाइयों पर हुए विवाद को लेकर लोक गायिका मालिनी अवस्थी (Malini Awasthi) ने फिरोजाबाद (Firozabad) महोत्सव में कहा कि भगवान राम और भगवान कृष्ण किताबों के मोहताज नहीं हैं. सबके मन में दिमाग में रामचरितमानस बसी हुई है. कितनों को फाड़ लोगे.
रामचरितमानस पर लगातार हो रही राजनीति के सवाल पर मालिनी अवस्थी ने कहा कि कलाकार तो भारत की संस्कृति, भगवान राम, भगवान कृष्ण और उनकी गुरु गाथा गाते हैं. हम पर तो किसी का असर नहीं होने वाला है. राम जी और कृष्ण जी किसी किताब के मोहताज थोड़ी हैं, वह तो चित्त में वास करते हैं. यहां पर जन-जन को श्रुति परंपरा से स्मृति परंपरा से पूरी रामचरितमानस याद है कितनों को फाड़ लोगे.
इसके बाद नेपाल से अयोध्या लाई गई शालिग्राम शिला जिससे भगवान श्री राम की प्रतिमा बनेगी इस पर मालिनी अवस्थी ने कहा कि यह बहुत बढ़िया हुआ और गाकर बताया 'जय हो राम तुम्हारी जय हो वसुधा हंसे सुधा रस बरसे भारत से दूर पाप हो,जय हो राम तुम्हारी जय हो भगवान राम की जय जयकार हो भगवान श्री कृष्ण की जय जयकार हो.' वहीं आगे उन्होंने कहा कि भगवान उनको सद्बुद्धि दे जो भगवान श्री कृष्ण, भगवान राम के बीच में आकर विवाद पैदा करके फूट डालना चाहते हैं. हमारा काम है गुणगान करना वहीं तो हम कर रहे हैं.
क्या कहा स्वामी प्रसाद मौर्य ने
दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों पर सवाल उठाते हुए उन्हें हटाने की मांग की है. उनका कहना है कि इन चौपाइयों में कई जातियों और महिलाओं का अपमान किया गया है,इसलिए उन्हें हटा देना चाहिए.मौर्य के इस बयान के बाद से ही यूपी की सियासत गरमा गई है.बीजेपी समेत तमाम हिन्दू संगठन और साधु-संतों ने इस बयान को लेकर उन पर हमला बोला है.बीजेपी का आरोप है कि सपा हिंदू समाज को बांटकर अपनी सियासत करना चाहती है.स्वामी प्रसाद मौर्य अब भी अपने बयान पर कायम हैं और लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इस मुद्दे को हवा दे रहे हैं.
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