UP Flood: मुरादाबाद में रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से परेशानी, पुल नहीं होने की वजह से ग्रामीणों ने बनाया देसी जुगाड़
Moradabad News: बरसात के मौसम में मुरादाबाद की रामगंगा नदी हर साल तबाही लेकर आती है. ग्रामीणों की मुश्किल एक अदद पुल नहीं होने की वजह से बढ़ जाती है. ऐसे में उन्होंने वैकल्पिक रास्ता अपनाया है.
Uttar Pradesh Flood: उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में लगातार हो रही बारिश का असर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश पर भी पड़ा है. मुरादाबाद (Moradabad) में रामगंगा नदी (Ramnagar River) का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ आ गई है. मुंडापांडे ब्लॉक के कई गांव सैलाब की चपेट में आ गए हैं. बाढ़ का पानी घुसने से हजारों बीघा खेत में लगी किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. गोविंदपुर के पास मुरादाबाद-सैफनी मार्ग पर गाड़ियों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है. सड़क के पानी में डूबने की वजह से ट्रैफिक को रोकना पड़ा है.
बरसात में रामगंगा नदी हर साल मचाती है तबाही
सैलाब की वजह से लगभग 40 गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. लोग बाढ़ के पानी में घुसकर शहर जाने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने लकड़ी का वैकल्पिक पुल बनाया है. वैकल्पिक पुल के जरिए किसी तरह आवाजाही हो रही है. बाइक को ट्रैक्टर ट्रॉली में लाद कर पानी के बीच से लोग गुजर रहे हैं. शहर आने जाने वाले मार्ग से गुजरने के दौरान कई बार लोग गड्ढे में गिर जाते हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि हर साल बरसात के मौसम में बाढ़ की समस्या का सामना करना पड़ता है.
बाढ़ की वजह से शहर जानेवाला मार्ग हुआ बाधित
उन्होंने एक अदद पुल की मांग की है. बाढ़ प्रभावित लोगों का गुस्सा नेताओं पर फूटा. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय पुल का जोरशोर से वादा किया जाता है. चुनाव बाद पुल बनवाने के बारे में सुगबुहाट भी नहीं होती. पुल नहीं होने की वजह से स्कूली बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. बीमार शख्स को लेने गांव में एंबुलेंस भी नहीं आ सकती. लोगों का कहना है कि एक अदद पुल बन जाने से बरसात में हर साल की मुसीबत से छुटकारा मिल सकता है.