UP Flood: यूपी (UP) के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. इससे पूर्वांचल भी अछूता नहीं है. वाराणसी (Varanasi) और प्रयागराज (Prayagraj) में तो कई मोहल्‍लों और घर में भी एक मंजिल तक पानी है. ऐसे में पूर्वी यूपी में अभी तक शांत राप्ती (Rapti) और रोहिन नदी (Rohin River) भी पूरी तरह से उफान पर आ गई हैं. 14 घंटे में एक आरएल मीटर की रफ्तार से बढ़ रही राप्‍ती और रोहिन रौद्र रूप दिखाने को आतुर दिख रही हैं. घाघरा भी खतरे के निशान से आंख मिचौली खेल रही है. वहीं राप्‍ती नदी की सहायक नदी गुर्रा भी शांत रहने के बाद अब अपने तेवर दिखा रही है.


गोरखपुर में राप्ती नदी खतरे के निशान 74.98 से महज 1.86 आरएल मीटर नीचे है. राप्ती नदी 24 घंटे में 1 आरएल मीटर की रफ्तार से बढ़ रही है. वर्तमान में राप्ती 73.120 पर है. वहीं रोहिन नदी खतरे के निशान 82.44 से महज 1.25 मीटर नीचे बह रही है. रोहिन 81.190 पर बह रही है. रोहिन 24 घंटे में 1 आरएल मीटर की रफ्तार से बढ़ते हुए उफान पर है. राप्ती की सहायक गुर्रा नदी खतरे के निशान 70.50 से महज 1.95 आर एल मीटर नीचे 68.550 बह रही है. तीनों नदियां चढ़ान पर हैं.


ये भी पढ़ें- Aligarh News: अलीगढ़ में तेजी से पैर पसार रही लंपी बीमारी, 41 पशुओं की मौत के बाद विभाग ने किया ये दावा


ग्रामीणों में दहशत का माहौल


नदियों के तेवर देखकर जहां अधिकारी अलर्ट मोड में हैं तो वहीं ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. गोरखपुर के राजघाट स्थित रामघाट पर राप्‍ती नदी पूरे उफान पर दिखाई दे रही है. नदी के उस पार गोरखनाथ घाट पर शव का दाह संस्‍कार किया जाता है. वहां पर घाट की सीढ़ियां नदी के पानी के चढ़ाव के साथ डूबी हुई नजर आ रही हैं. यहां पर खतरे से राप्‍ती 1.86 आरएल मीटर नीचे है. रोहिन भी खतरे के निशान से 1.25 आरएल मीटर नीचे है. घाघरा और गुर्रा नदी भी खतरे के निशान से नीचे बह रही है, लेकिन लगातार उफान पर है और बढ़त बनाए हुए हैं.


बाढ़ चौकियों को किया गया अलर्ट


गोरखपुर के जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्‍ता बताते हैं कि नदियां अभी मेन कोर्स में है. पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश का असर देखने को मिल रहा है. राप्‍ती पौने दो मीटर, घाघरा पौन मीटर और इसके साथ ही रोहिन भी खतरे के निशान से नीचे बह रही है. टीमें निगरानी कर रही हैं. कटान पर भी नजर बनाए हुए हैं. नदियों में पानी बढ़ रहा है, लेकिन ये अभी अपने डेंजर लेवल से नीचे हैं. फिलहाल खतरा नहीं है. हालांकि, सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमें पूरी तरह से तैयार हैं.


ये भी पढ़ें- मंत्री सुरेश राही के धरने पर बैठने की खबर से अधिकारियों में मचा हड़कंप, दौड़े-दौड़े पहुंचे मजिस्टेट, SDM और DM