UP Flood Updates: यूपी में मानसून शुरू हो गया है. कई जगहों को मुसलाधार बारिश हो रही है, जिससे जलभराव की स्थिति बनी हुई है. तो वहीं गंगा, यमुना का जलस्तर बढ़ गया है. जलस्तर पर निगरानी को लेकर अधिकारियों को नियुक्त किया गया है. वो लगातार जलस्तर पर नज़र बनाए हुए हैं. तो वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बाढ़ और बारिश को लेकर अधिकारियों को सतर्क रहने को लेकर निर्देश दिए हैं.
यूपी में बारिश का दौर जारी है. अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में बाढ़ को लेकर सतर्क हैं, लेकिन यूपी में फिलहाल सभी जनपद बाढ़ से सुरक्षित हैं. जैसे गोंडा, बलरामपुर, कुशीनगर, श्रावस्ती, आजमगढ़, बरेली, पीलीभीत, सहारनपुर और बिजनौर जैसे जनपद में अभी तक बाढ़ की स्थिति नहीं है.
खतरे के निशान से निचे बह रही नदी
गोंडा में नदी का जल स्तर ख़तरे के निशान से फिलहाल नीचे है. यहां पर बाढ़ और राहत बचाव को लेकर एसडीआरएफ की टीम पहले ही पहुंच गई है, लेकिन यहां बाढ़ की कोई स्थिति नहीं है. आजमगढ़ में घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के जलस्तर से 1.46 मीटर नीचे बह रही है वर्तमान में जनपद आजमगढ़ में बाढ़ की स्थिति नहीं है परंतु संभावित बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए 20वीं वाहिनी पीएसी को तैनात कर दिया गया है 20 राहत शिविर एवं 10 बाढ़ चौकिया पर संबंधित विभागीय कर्मचारियों को शिफ्ट बार तैनात कर दिया गया है .
बलरमपुर भी फिलहाल बाढ़ से सुरक्षित
बलरामपुर में भी बाढ़ की स्थिति नहीं है. यहां राप्ती नदी खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर है. 104.62 खतरे के मीटर का निशान है और अभी नदी का वर्तमान जल स्तर 104.61 मीटर चल रहा है, जो की शाम तक खतरे के निशान को पार कर जाएगी. ऐसे में प्रशासन की तरफ से एक टीम एसडीआरएफ और एक पीएसी टीम तैनात है. बाढ़ से निपटने के लिए 32 मेडिकल टीमें गठित हैं. 32 बाढ़ चौकियां और 19 बाढ़ शरणालय बनाए गए हैं. जनपद स्तर पर कलेक्ट्रेट में, तीनों तहसीलो, बाढ़ खंड और सीएमओ आफिस में कन्ट्रोल रूम 24x7 संचालित है. बाढ़ से अभी कोई ग्राम प्रभावित नहीं हुआ है. डैन्जर लेवल पार करने पर इलाकों में पानी घुसेगा. एहतियातन 25 नावें मंगाई गई हैं.
खतरे के निशान को पार कर गई गंडक नदी
कुशीनगर में गंडक नदी में खतरे का निशान 96 मीटर पर है. वर्तमान में 96.16 मीटर पर बह रही है. 01 (खड्डा) तहसील के 13 गांव प्रभावित है. SDRF की टीम पहुंच गयी है. नारायणपुर के एक टापू पर 66 लोग फंस गये थे, जिन्हें निकल लिया गया है.
राहत बचाव को लेकर चौकियां की गईं स्थापित
श्रावस्ती राप्ती नदी के निशान से 74 सेमी ऊपर चल रही है. 119.5 मीटर खतरे का निशान है और अभी नदी का वर्तमान जल स्तर 120.24 मीटर चल रहा है, जो की शाम तक खतरे के निशान को पर कर जाएगी. 18 गांव प्रभावित हैं. NDRF की 1 टीम और PAC की 2 टीमें जनपद में तैनात हैं. 19 बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी गई हैं. राप्ती बैराज की निगरानी लगातार की जा रही है. रात में श्रावस्ती में चलाए गये एक बड़े रेस्क्यू अभियान में बाढ़ के बीच घिर गये 12 श्रमिक महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया. रात 8.30 पर सूचना मिलने पर फ्लड पीएसी के जवानों के माध्यम से राप्ती नदी में चलाये गये रेस्क्यू अभियान में 3 बजे सुबह सफलता प्राप्त हुई. इस दौरान जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, एडीएम एसडीएम, आपदा, विशेषज्ञ समेत सभी जिम्मेदार ऑफिसर मौके पर मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें: आगरा में तालाब में डूबने से 4 बच्चों की मौत, दर्दनाक हादसे के बाद मची चीख-पुकार