UP Flood: दिल्ली के बाद अब मथुरा में यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. नदी खतरे के निशान से चंद सेंटीमीटर की दूरी पर है. सड़कों पर पानी आ जाने से वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है. लोग जलमग्न इलाकों से सुरक्षित ठिकाने की तरफ पलायन करने लगे हैं. यमुना किनारे की बस्तियों में बाढ़ की आशंका के मद्देनजर लोगों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है. प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए तैयारी पूरी कर ली है. जगह- जगह बाढ़ राहत कैंप बनाए गए हैं.


दिल्ली के बाद मथुरा में बढ़ रहा यमुना का जलस्तर


बाढ़ चौकी में लोगों को परिवार के साथ रखने की व्यवस्था की जा रही है. बारिश की वजह से सबसे खराब स्थिति जयसिंह पुरा खादर की है. सैकड़ों घरों के सामने यमुना का पानी हिलोरे मारते हुए दिखाई दे रहा है. लोग डर के मारे घरों में कैद होने को मजबूर हैं. कुछ लोग घरों को खाली कर सुरक्षित ठिकानों की तरफ जाने भी लगे है. दर्जनों लोग इलाके से बच्चों और महिलाओं समेत पलायन कर चुके हैं. यमुना से प्रभावित लोगों ने प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है. जलमग्न इलाके में मदद के तौर पर राहत सामग्री की मांग भी की गई है.


घाटों के करीब जाने पर प्रशासन ने लगाई पाबंदी


प्रशासन बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों से समय रहते निकलने की अपील कर रहा है. घर खाली करने को तैयार बैठे लोगों का कहना है कि सुरक्षित ठिकानों की जानकारी नहीं दी जा रही है. लोग सही जानकारी के अभाव में फंसे हुए हैं. सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने यमुना किनारे घाटों पर बैरिकेड लगा दिया है. श्रद्धालओं को यमुना घाटों पर जाने से मना कर दिया गया है. स्टीमर चालकों को भी मुकदमा दर्ज करने तक की सख्त चेतावनी मिली है. प्रशासन की तरफ से 37 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं. जिले में चार कंट्रोल रूम और एक सेंट्रल कंट्रोल रूम भी काम कर रहा है. 


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