Operation Bhediya: आदमखोर भेड़ियों के ताबड़तोड़ अटैक के बीच यूपी के वन मंत्री का बेतुका बयान, किया ये दावा
Bahraich Wolves Attack: एक तरफ जहां बहराइच में पिछले 50 दिनों से भेड़ियों ने आतंक मचा रखा है इस यूपी के वन मंत्री का जानवरों के हमले को लेकर बेतुका बयान आया है जो चर्चा का विषय बन गया है.
Operation Bhedia: उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों का ऐसा आतंक छाया है लोग हर पर दहशत के साये में जीने के मजबूर है. कब कहां से भेड़िये मौत बनकर उनके सामने आ जाएं कुछ नहीं पता. भेड़ियों के हमले में अब तक 9 बच्चों समेत दस लोगों की मौत हो चुकी है. जिनमें एक महिला शामिल है. भेड़ियों के आगे वन विभाग घुटने टेकते दिख रहा है. इस बीच यूपी के वन मंत्री का एक ऐसा बयान सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया है.
यूपी के वन मंत्री अरुण सक्सेना सोमवार को बिजनौर पहुंचे थे, बहराइच की तरह ही बिजनौर में भी इन दिनों गुलदार का आंतक देखने को मिल रहा है. इस बीच जब पत्रकारों ने उनसे जंगली जानवरों के हमलों पर जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुक़ाबले इस बार स्थिति बेहतर है. उन्होंने कहा कि पिछले साल इससे भी ज्यादा खराब स्थिति थी.
बिजनौर के लिहाज से ये आंकड़ा भले ही ठीक हो लेकिन, सबसे बड़ी समस्या तो इन दिनों बहराइच में देखने को मिल रही है जहां भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले 50 दिनों से इस जनपद 30 गांवों में भेड़ियों की ऐसी दहशत है कि मां अपने बच्चों को लेकर घर में दुबकी हुई है और ग्रामीण रातभर जागकर पहरा दे रहे हैं. भेड़ियों के हमले में अब तक दस लोगों की जान जा चुकी है और 35 से ज्यादा लोग घायल हैं.
वन मंत्री ने दिया बेतुका बयान
इन हालातों के बीच वन मंत्री ने कहा कि "हमारी कोशिश है कि आगे और ज्यादा मौतें न हो. लेकिन, पिछले साल के मुकाबले स्थिति बेहतर है. पिछले साल ज्यादा लोगों की मौत हुई. इस बार वो स्थिति नहीं है."
बहराइच में पिछले 15 दिनों वन विभाग की टीम ने पूरे इलाके में डेरा डाला हुआ है. वन विभाग की 30 टीमें भेड़ियों की तलाश में जुटी है. अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा जा चुका है. बावजूद इसके भेड़ियों के हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. वन विभाग का कहना है कि अभी दो भेड़िये और बचे हैं लेकिन, जिस तरह से अलग-अलग इलाकों से भेड़ियों के हमले की खबरे आ रही है उससे भेड़ियों की सही संख्या का पता लगा पाना आसान नहीं है.