Bangladesh Violence: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ अत्याचार हो रहा है, हिंदुओं को मारा-पीटा जा रहा है. उनके घरों पर कब्जा किया जा रहा है, उनकी दुकाने लूटी जा रही हैं. उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है. बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओ के साथ हो रही हिंसा को लेकर भारत में विरोध तेज हो गया है. हिंदू संगठनों के साथ अब नेताओं ने भी इस मामले में भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने सरकार से कदम उठाने की मांग की.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा "पड़ोसी देश बांग्लादेश में तख़्ता पलट होने के बाद वहाँ नई सरकार में ख़ासकर हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा व जुल्म-ज्यादती आदि तथा उससे वहाँ बिगड़ते हालात अति-दुखद व चिन्ताजनक. इसको लेकर भारत के लोगों में काफी आक्रोश. सरकार इस पर संसद में वक्तव्य दे व उचित कदम भी उठाए."
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और उनके धार्मिक स्थलों पर किये जा रहे हमले के विरोध में भारत के अलग-अलग राज्यों में बांग्लादेश के खिलाफ विरोध शुरू हो गया है. उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और बांग्लादेश सरकार की निंदा की.
अलीगढ़ में हिंदू समाज के लोगों ने किया प्रदर्शन का ऐलान
इधर, अलीगढ़ में हिंदू समाज के लोगों ने बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रही हिंसा के विरोध में आज दोपहर 12 बजे प्रदर्शन का ऐलान किया है. इस प्रदर्शन में 50 हजार से ज्यादा लोग बांग्लादेश सरकार के विरोध में सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगाने की मांग करेंगे. यह प्रदर्शन बांग्लादेश अल्पसंख्यक सुरक्षा मंच के बैनर तले किया जाएगा. हिंदू समाज के लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट हो गया है.
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