UP News Today: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का आज ही के दिन 10 अक्तूबर 2022 में निधन हो गया था. मुलायम सिंह यादव का शुमार न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि देश के कद्दावर नेताओं में होता है. उन्होंने समाजवादी पार्टी की नींव रखी और इसे अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता से देश के बड़ी सियासी दलों की श्रेणी में पहुंचाया.
मुलायम सिंह यादव आमोखास में नेताजी के नाम से मशहूर थे. उनसे जुड़े बहुतेरे रोचक सियासी किस्से आज भी लोगों के पास मौजूद हैं. लोग नेताजी के अपनेपन के कायल थे. नेताजी भीड़ से लोगों का नाम लेकर उनको बुला लिया करते थे. आइये उनसे जुड़े कुछ रोचक किस्सों को जानते हैं.
'आम आदमी को न हो परेशानी'
नेताजी के बेहद करीबी वरिष्ठ पत्रकार योगेश मिश्रा ने एबीपी लाइव को बताया कि नेताजी रिश्तों के सबसे धनी आदमी थे. रिश्तों के मामले में पार्टी और पॉलिटिक्स कभी नहीं देखते थे. योगेश मिश्रा ने उनसे जुड़ा एक किस्सा शेयर करते हुए बताया कि एक बार वह नेताजी (मुलायम सिंह यादव) फ्लाइट से दिल्ली जा रहे थे.
योगेश मिश्रा के मुताबिक, लाइन बेहद लंबी होने की वजह से योगेश मिश्रा ने कोशिश की कि वह लाइन से अलग हटकर नेताजी को आगे निकाल लें. इसके लिए उन्हें कुछ लोगों को बीच से हटाना पड़ता. ये देखकर नेताजी ने योगेश मिश्रा को आगे जाने से मना कर दिया.
इसके बाद नेताजी वहां से सामान्य लाइन से आगे गए. जब अंदर पहुंचे तो योगेश मिश्रा ने एयर होस्टेस से शिकायत दर्ज कराई और उससे पूछा कि आपके यहां पर कोई वीआईपी का प्रोटोकॉल है या नहीं. यह सुनकर नेताजी ने कहा कि हां ये ठीक है, इनसे शिकायत कर सकते हैं, लेकिन वीआईपी की वजह से किसी आम आदमी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
नेतीजी ने ब्रीफकेस उठाने से रोका
दूसरा किस्सा सुनाते हुए योगेश मिश्रा ने बताया कि एक बार वह और नेताजी दिल्ली गए थे, उन्हें दिल्ली से उसी दिन वापस आना था. इसलिए मेरे पास अपना कोई सामान हाथ में नहीं था, जबकि नेताजी के पास एक लाल रंग का छोटा सा ब्रीफकेस था. यह देखकर मैंने (योगेश मिश्रा) ने उनसे ब्रीफकेस लेने की कोशिश की, लेकिन नेताजी उनको नहीं देना चाह रहे थे.
नेताजी के ऐसा करने पर मजाहिया अंदाज में हंसते हुए योगेश मिश्रा ने कहा कि अरे इसमें जितना माल है सब आपको दे दूंगा, कोई कोई गड़बड़ी नहीं होगी. इस पर नेताजी ने भी मुस्कुराते हुए कहा कि अगर मैं इस छोटी सी अटैची का भार नहीं संभाल पाऊंगा तो देश और प्रदेश की राजनीति का भार कैसे उठाऊंगा.
नेताजी ने शादी में आने से किया इंकार
वरिष्ठ पत्रकार विनय राय ने मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए कहा, नेताजी में किसी को अपना बनाने की कला में महारत हासिल थी. विनय राय ने अपनी शादी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी शादी का निमंत्रण नेताजी को दिया था, उनकी शादी लखनऊ में बटलर पैलेस से होनी थी और वहां से नेताजी का आवास सिर्फ 2 किलोमीटर है.
विनय राय के मुताबिक, नेताजी की सबसे बड़ी खूबी यह थी कि वह किसी भी बात पर कभी नाराज नहीं होते थे. अगर कोई सवाल या बात उनको पसंद नहीं आती थी, तो वह सवाल को टाल जाते थे या कोई ऐसा जवाब दे देते थे जिस पर कुछ कहा न जा सके.
हेलीकॉप्टर से बता दिया गांव
वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शुक्ला बताते हैं कि एक बार वह नेताजी के साथ उनके हेलीकाप्टर से एक कवरेज के लिए जा रहे थे. इस सफर के दौरान नेताजी हेलीकाप्टर में बैठकर नीचे गांव बताते हुए चल रहे थे. ज्ञानेंद्र शुक्ला के मुताबिक, नेताजी को एक- एक जगह की और एक-एक समस्या की जानकारी थी. उन्होंने कहा कि भीड़ के बीच से भी नेताजी लोगों को उनके नाम से बुलाते थे और उनके नाम से पहचानते थे.
नेताजी इस बात से हो गए नाराज
वरिष्ठ पत्रकार पवन सिंह सिंगर बताते हैं कि साल 2014 के चुनाव में जब नेताजी आजमगढ़ से चुनाव लड़ रहे थे, इस दौरान नेताजी युवा पत्रकारों को बुलाकर मुलाकात कर रहे थे जो आजमगढ़ चुनाव कवर करने के लिए जाने वाले थे. इस दौरान उनके एक सहयोगी अरविंद ने दो पत्रकारों को एक साथ नेताजी से मिलने के लिए भेज दिया. इस पर नेताजी नाराज हो गए और वो सभी से अकेले रिश्ता बनाने में विश्वास रखते थे.
जब नेतीजी ने मंत्री को दी नसीहत
पवन सिंह सिंगर के मुताबिक, मुलायम सिंह यादव लोगों को उनके नाम से बुलाते थे. दूसरा किस्सा उन्होंने सुनाते हुए बताया कि एक बार एक वरिष्ठ मंत्री कार्यक्रम करने जा रहे थे. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों के आने का दावा करते हुए उन्होंने नेताजी को इसमें आमंत्रित किया.
नेताजी ने जब मंत्री से पूछा कि यहां इतनी ज्यादा भीड़ कैसे आ रही है तो मंत्री ने बताया कि पैसे पर उन्होंने भीड़ बुलाई है, जिस पर नेताजी नाराज हो गए और मंत्री से कार्यक्रम को निरस्त करा दिया. उन्होंने संबंधित मंत्री को हिदायत दी कि कभी किसी को पैसे की लालच में मत बुलाओ.
वरिष्ठ पत्रकार पवन सिंह सिंगर के मुताबिक, नेताजी ने मंत्री को नसीहत करते हुए कहा कि जनता के लिए काम करो और कार्यक्रम में आपके काम से प्रभावित होकर जनता आएगी. उन्होंने कहा कि अगर आप आज किसी को 500 देंगे तो कल वो 1000 मांगेगा और फिर कोई 2000 देगा. इससे भीड़ उसकी तरफ चली जाएगी. इसलिए जनता के लिए काम करो जिससे जनता आपके साथ खड़ी रहे.
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