(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Politics: स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब इस सपा नेता ने की रामचरितमानस पर बैन लगाने की मांग, बीजेपी के रहे हैं विधायक
UP News: सपा नेता ब्रजेश प्रजापति बांदा की तिन्दवारी विधानसभा से से बीजेपी के टिकट पर विधायक रह चुके हैं. वह बीजेपी से निकलने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ सपा में शामिल हुए थे.
Banda News: धार्मिक ग्रंथ श्रीरामचरितमानस (Shree Ramcharitmanas) पर विवादित बयानों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. सबसे पहले बिहार के शिक्षा मंत्री ने इसकी कुछ चौपाइयों पर विवादित बयान दिया था. उनका विरोध चल ही रहा था कि इसी बीच यूपी में सपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने भी विवादित बयान दे दिया. अब इन दोनों नेताओं से आगे निकलते हुए सपा के ही एक और नेता पूर्व विधायक ब्रजेश प्रजापति (Brajesh Prajapati) ने फिर से इसकी कुछ चौपाइयों पर विवादित बयान देते हुए इसे बदलने या बैन करने की मांग रख दी है. इससे यह विवाद अब और गहराता जा रहा है.
सरकार से की विवादित चौपाइयों को हटाने की मांग
अब तक तो नेता केवल इसकी चौपाइयों पर विवादित बयान देते रहे हैं. लेकिन, पूर्व विधायक ब्रजेश प्रजापति ने श्रीरामचरितमानस की कुछ पंक्तियों को विवादित तो बताया ही है. लगे हाथ, उन्होंने सपा नेता स्वामी प्रसाद का समर्थन करते हुए कहा कि श्रीरामचरितमानस में कुछ आपत्तिजनक पंक्तियां हैं, उन्हें सरकार हटा दे या फिर श्रीरामचरितमानस को ही बैन कर दिया जाए.
समाज को ठेस पहुंचाने का लगाया आरोप
पूर्व विधायक ब्रजेश प्रजापति इतने पर ही नहीं रूके. उन्होंने कहा कि श्रीरामचरितमानस की कुछ चौपाइयों से आदिवासी, दलित और पिछड़े समाज समेत महिलाओं तक को ठेस पहुंचती है. ब्रजेश प्रजापति ने सोशल मीडिया में भी श्रीरामचरितमानस की एक चौपाई को हाईलाइट करते पोस्ट डाली और उसमें लिखा "इस पर हमारा भी विरोध है".
तिन्दवारी से विधायक रहे थे ब्रजेश प्रजापति
जानकारी हो कि ब्रजेश प्रजापति बांदा जिले की तिन्दवारी विधानसभा से बीजेपी से विधायक रह चुके हैं. वे बीजेपी से निकलने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ ही सपा में शामिल हुए थे. वे साल 2022 में बांदा के तिंदवारी विधानसभा से चुनाव हार गए थे. जानकारी हो कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में श्रीरामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि दुनिया के कई करोड़ लोग श्रीरामचरितमानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है. उन्होंने कई और भी विवादित बयान दिये थे.
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