'बच्चे पैदा करने का हो रहा जिहाद' पूर्व सांसद के विवादित बयान से मच सकती है यूपी में हलचल
UP News: हरीश द्विवेदी ने कहा कि यह समुदाय वोट और लैंड जिहाद के बाद अब जनसंख्या बढ़ाओ जिहाद की मुहिम चला रहा है. उनका लक्ष्य देश को अपने धर्म और शरीयत के हिसाब से चलाना है.
Basti News: बस्ती जनपद में पहुंचे असम राज्य के प्रभारी और पूर्व सांसद भाजपा नेता हरीश द्विवेदी ने मीडिया से बात करते हुए मुस्लिम समुदाय के खिलाफ टिप्पणी करते हुए बड़ा आरोप लगाया है. हरीश द्विवेदी ने मुस्लिम समुदाय को लेकर कहा है कि इस समुदाय के लोग जानबूझकर देश पर कब्जा करने की नीयत से अधिक संख्या में बच्चे पैदा करने का जिहाद चला रहे हैं जिसे रोकना बेहद ही जरूरी हो गया है और सरकार इस दिशा में गंभीरता से कार्य भी कर रही है.
मीडिया से बातचीत के दौरान असम राज्य के प्रभारी हरीश द्विवेदी ने कहा कि एक विशेष समुदाय देश के लिए बड़ा खतरा बनते जा रहा है. क्योंकि इस समुदाय के लोगों का सिर्फ एक लक्ष्य है कि अधिक से अधिक संख्या में बच्चे पैदा करो जिससे भारत देश के राजनीतिक सिस्टम को इनके द्वारा कब्जा किया जा सके. हरीश ने कहा कि इस समुदाय ने वोट और लैंड जिहाद तो किया ही और अब जनसंख्या बढ़ाओ जिहाद की मुहिम चल रहे हैं.
'मोदी सरकार को बदनाम करने की साजिश'
इनका लक्ष्य है कि देश पर राजनीतिक सिस्टम के जरिए कब्जा किया जाए और देश को अपने धर्म और शरीयत के हिसाब से चलाया जा सके. कहा कि जिनके पास खाने तक की व्यवस्था नहीं है वे लोग 21–21 बच्चे पैदा कर रहे हैं. उन्हें पढ़ा लिखा कर अधिकारी या शिक्षक बनाने के बजाय सरकार के सिस्टम को हैक करने के काम में लगा रहे हैं. इस समुदाय के लोग मोदी सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं कि अधिक से अधिक संख्या में बच्चे पैदा करे और फिर सरकार पर आरोप लगाया जा सके कि उन्हें रोजगार और मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जा रही है.
'देश संविधान और कानून से चलेगा'
प्रभारी हरीश द्विवेदी ने यह भी कहा कि असम में अब किसी भी धर्म के लोगों को शादी करने से पहले सरकार को यह बताना होगा कि वह किस धर्म और जाति से आते हैं. जिसमें लड़की और लड़के पक्ष की उम्र भी बताना होगा. इस कानून के आने से काफी हद तक गैर धर्म और कम उम्र में शादी करने की परंपरा पर रोक लगा सकेगी. पूर्व सांसद कहा कि इस कानून को पूरे देश में भी लागू कर दिया जाए तो शायद जनसंख्या बढ़ाओ जिहाद पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है. हरीश ने कहा कि भारत देश संविधान और कानून से चलेगा ना कि एक समुदाय के धार्मिक नियम और शरीयत से.