(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Etah News: पूर्व सपा विधायक और उनके भाई के घर पर चला बुलडोजर, गैंगस्टर एक्ट में जेल में हैं बंद
Etah Bulldozer Action: जिला प्रशासन का कहना है कि उनके आवास का कुछ भाग नाले के बाहर अतिक्रमण कर बनाया गया था, साथ ही पुलिस ने कब्ज़ा किए गए नाले की पाटिया को तोड़कर नाला साफ करा दिया.
Etah News: एटा (Etah) में रविवार को पुलिस और प्रशासन के निर्देश पर एटा मुख्यलय में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया. इस अभियान में अन्य स्थानों के अतिरिक्त प्रेम नगर में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के करीबी समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और सपा नेता और जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के आवास पर बुलडोजर चलाया गया है. पूर्व सपा विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव वर्तमान में जेल में हैं और इन दोनों पर गैंगस्टर एक्ट सहित 88-88 मुकदमें दर्ज हैं.
जिला प्रशासन का कहना है कि उनके आवास का कुछ भाग नाले के बाहर अतिक्रमण कर बनाया गया था, साथ ही पुलिस ने कब्ज़ा किए गए नाले की पाटिया को तोड़कर नाला साफ करा दिया जिससे आस पास का पानी निकल सके. इस दौरान आस पास किए गए अन्य कब्जों को भी पुलिस ने मुक्त कराया गया. एक कुंआ जिस पर मकान बना लिया गया था, उसको भी कब्ज़ा मुक्त कराया गया है.
15 दिन तक चलाया जाएगा अभियान
एटा को जाम से निजात दिलाने के लिए एटा शहर के अन्य भागों में भी अतिक्रमण को हटाया गया. रोडवेज बस स्टैंड पर अवैध अतिक्रमण और अवैध टैक्सी स्टैंड को हटाने का अभियान चलाया गया जो के निरंतर 15 दिन तक चलाया जाएगा. रोडवेज बसों को बस स्टैंड के अंदर बस खड़ी करने के लिए गाइडलाइन जारी की गई और ऑटो रिक्शा को लेकर 8 ऑटो स्टैंड भी चिन्हित किए गए हैं.
एटा में बढ़ते हुए जाम की समस्या को लेकर शनिवार की शाम पुलिस और प्रशासनिक विभाग ने मिलकर अवैध अतिक्रमण को हटाया और बस स्टैंड पर बने अवैध स्टैंड को भी हटवाया. अपर पुलिस अधीक्षक क्राइम ने बताया कि यह अभियान निरंतर 15 दिनों तक चलेगा, जिसमें अवैध टैक्सी स्टैंड, अवैध बस स्टैंड सभी को हटाया गया है. यह अभियान 15 दिन तक लगातार चलता रहेगा.
दरअसल, बस स्टैंड के बाहर रोड पर रोडवेज बसें खड़ी होने से जाम की समस्या लगातार बढ़ रही थी. बसों के लिए नई गाइडलाइन जारी करते हुए कहा गया है कि सभी रोडवेज बसें रोड पर खड़ी न करके रोडवेज बस स्टैंड के अंदर खड़ी की जाएं. वहीं से सवारी बैठाकर बाहर ले जाएं अन्यथा रोडवेज बस या टेंपो सड़क पर खड़ा मिला तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें:-