Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश में महाकुंभ से गंगा एक्सप्रेसवे पर वाहन दौड़ाने की तैयारी है. मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाला यह एक्सप्रेसवे शाहजहांपुर जिले के 44 गांवों से होकर 42 किमी की दूरी तय करेगा. निर्माण एजेंसियों का दावा है कि दिसंबर के अंत तक सभी कार्य पूरा करा लिए जाएंगे. ओवरब्रिज, अंडरपास आदि बड़े कार्य 80 प्रतिशत से ज्यादा पूरे हो चुके हैं. छोटे कार्यों को पूरा करने के लिए दिन-रात काम किया जा रहा है.  माना जा रहा है कि नए साल पर योगी सरकार यूपी की जनता को तोहफा दे देगी. गंगा एक्सप्रेसवे 12 जिलों मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा.


शाहजहांपुर जिला मुख्यालय से लगभग 25 किमी दूर जलालाबाद में एक्सप्रेसवे का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है. उबरिया गांव फ्लाईओवर एप्रोच बनाई जा चुकी है. यहां डेढ़ किलोमीटर दूर विश्रामनगर के पास इंटरचेंज बनाया रहा है. जिससे शाहजहांपुर व जलालाबाद की तरफ से आने वाले लोग गंगा एक्सप्रेसवे पर चढ़ सकेंगे. गंगा एक्सप्रेस वे मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूँ, शाहजहाँपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ और प्रयागराज समेत 12 जिलों के रास्ते गुजरेगा.


एक्सप्रेसवे के पास बनेगा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर 
गंगा एक्सप्रेसवे पर हवाई पट्टी भी बनाई जा रही है. तहसील जलालाबाद के पांच गांव नगला तालुके खंडहर, खूंटा नगला, दियुरा, पीरू चड़ोकर व तहसील सदर के ग्राम झारार हरिहरपुर में इसका निर्माण हो रहा है.  90 फीसदी से अधिक इसका निर्माण पूरा हो चुका है. जलालाबाद क्षेत्र की ग्राम पंचायत गुलड़िया में एक्सप्रेसवे पासइंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी बनाया जाना है. इसके निर्माण के लिए 600 किसानों की 105 हेक्टेयर जमीन के बैनामे की प्रक्रिया लगभग पूरी की जा चुकी है और जल्द ही निर्माण को भी शुरू कराया जाएगा.


आपको बता दें कि, बीजेपी शासित राज्य उत्तर प्रदेश में कुल 13 एक्सप्रेस-वे हैं, जिनमें से छह चालू हैं, जबकि सात निर्माणाधीन हैं. यूपी में एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 3,200 किलोमीटर है, जिसमें उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPDA) के अंतर्गत बनने वाला 'गंगा एक्सप्रेस-वे' बहुत महत्वपूर्ण है. निर्माण पूरा होने के बाद यह राज्य की जीडीपी में मील का पत्थर साबित होगा.


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