Gonda News: गोंडा (Gonda) में विभिन्न बैराज से डिस्चार्ज किए गए पानी के बाद एक बार फिर घाघरा नदी (Ghaghra river) का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हो गया है. घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज (Elgin Bridge) पर खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. इससे गोंडा में घाघरा नदी के किनारे बसे एक गांव में एक बार फिर से दहशत का माहौल हो गया है. नदी का जलस्तर ऊपर होने से नदी के किनारे बसे घरों में पानी आ गया है. हालांकि कल यानी सोमवार को नदी के जलस्तर में गिरावट आने की बात की जा रही है. फिलहाल घरों में पानी घुसने से लोगों का जीवन मुहाल हो गया है. लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.


लोगों को सता रहा फसल बर्बाद होने का डर


जलस्तर कम होने से भी लोगों की परेशानी कम नहीं होगी. आगामी दिनों में जैसे ही नदी का जलस्तर कम होगा वैसे ही घाघरा नदी का कटान शुरू हो जाएगा. हर साल कटान से सैकड़ों एकड़ उपजाऊ जमीन नदी में समाहित हो जाती है. यह तस्वीर तरबगंज तहसील क्षेत्र के बहादुरपुर माझा गांव की है जहां पर नदी के किनारे बसे घरों में जलस्तर बढ़ने से पानी आ गया है जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.


हालातों पर लगातार नजर रख रहे हैं अधिकारी


वहीं पूरे मामले पर जिलाधिकारी उज्ज्वल कुमार का कहना है कि घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. उन्होंने कहा कि नदी के किनारे बसे 12 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. डीएम ने कहा कि बाढ़ के हालातों पर अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि एली परसोली बांध पर घाघरा नदी का दबाव बना हुआ है वहां पर भी सिंचाई विभाग और बाढ़ खंड के अधिकारी नजर बनाए हुए हैं.


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