Ghazipur Heat Wave: इन दिनों देश में हीटवेव का नजारा देखा जा रहा है. जिसके चलते तापमान प्रतिदिन 44 से 45 डिग्री तक पहुंच रही है. इस हीटवेव की वजह से इन दिनों लोगों की तबीयत बिगड़ रही है. जिसके चलते लोग इलाज के लिए गाजीपुर जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं. जहां पर इन दिनों मरीजों की वजह से अस्पताल के सभी बेड़ फुल हो चुके हैं. इमरजेंसी वार्ड में मरीजों का जमीन पर इलाज करना पड़ रहा है. हालांकि राहत की बात यह है कि जनपद में हीटवेव की वजह से अभी तक किसी मौत की सूचना नहीं है.


गाजीपुर का राजकीय मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में किसी भी तरह के मरीजों का तत्काल इलाज किया जाता है और यहां पर जब एबीपी गंगा की टीम पहुंची तो इमरजेंसी वार्ड में बेड की बजाय जमीन पर लेटे हुए 2 मरीज मिले. जिसमें से एक तो बेहोशी की हालत में था तो दूसरा का इलाज वहां के स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि मरीज की भीषण गर्मी की वजह से यूरिन की प्रॉब्लम आई है.


तापमान से प्रभावित होकर 40 से 45 लोग रोज आते हैं अस्पताल 


इसके पश्चात राजकीय मेडिकल कॉलेज स्थित जिला अस्पताल के अन्य वार्ड में टीम पहुंची तो यहां भी सभी बेड मरीजों से भरा हुए मिले. कोई भी ऐसा बेड नहीं था जो मरीज से खाली रहा है. आंकड़ों की बात करें तो प्रतिदिन तापमान से प्रभावित 30 से 40 मरीज आ रहे हैं. जिसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. राहत की बात यह है कि जिला अस्पताल में पिछले 1 सप्ताह के अंदर हीटवेव के असर से किसी की मौत की सूचना नहीं है.


सभी वार्ड में कूलर की व्यवस्था


हालांकि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश सिंह ने बताया कि हीटवेव को देखते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रशासन की तरफ से सभी वार्ड में कूलर की व्यवस्था कर दी गई है. क्रिटिकल मरीजों के लिए एसी की भी व्यवस्था की गई है, जो 24 घंटे अपना काम कर रहा है. इसके साथ ही साथ हीटवेव से बचाव को लेकर जो भी दवा चाहिए वह अस्पताल में उपलब्ध है. जैसे ही मरीजों के बारे में अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों को जानकारी हो रही है वह तत्काल उनका इलाज करने में जुट रहे हैं. 


डॉक्टरों के तत्परता के कारण नहीं हो रही मौत


उन्होंने यह भी बताया कि बहुत सारे मरीज अस्पताल आने से पहले ही अपना झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करा कर अपनी स्थिति को क्रिटीकल बनाकर आ रहे हैं. लेकिन यहां के डॉक्टरों के द्वारा सभी को रिस्पॉन्ड किया जा रहा है. जिसके वजह से अभी तक लू के वजह से किसी की मौत नहीं हुई है. हालांकि प्रतिदिन 8 से 10 मौत भी हो रही हैं लेकिन सबका अलग-अलग कारण है. उन्होंने बताया कि हीटवेव की वजह से ब्लड प्रेशर, बुखार, हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हो गई है. वहीं 1 दिन पूर्व मौत का आंकड़ा भी बढ़ा हुआ था. इस दौरान उन्होंने आम लोगों से लू से बचाव के लिए टिप्स दिए और बताया कि अगर लोग इसका पालन करें तो लू से आसानी से बच सकते हैं.


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