UP GIS 2023: सीएम योगी का दावा- देश के ग्रोथ इंजन की भूमिका निभाने को तैयार है 'नए भारत का नया उत्तर प्रदेश'
Global Investors Summit 2023: योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में निवेश को प्रोत्साहित करने वाली 25 क्षेत्र आधारित नीतियों के माध्यम से यूपी ने परिवेश को औद्योगिक विकास के अनुकूल बनाया.
UP Global Investors Summit 2023: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप 'नए भारत का नया उत्तर प्रदेश' देश के 'वृद्धि के इंजन' की बड़ी भूमिका निभाने को तैयार है. उत्तर प्रदेश 'ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट' (UP Global Investors Summit) की शुरुआत के मौके पर आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के 'रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफार्म' के मंत्र को आत्मसात कर उत्तर प्रदेश ने जो प्रयास किए, उसी का परिणाम है कि आज इस निवेश के महाकुंभ के माध्यम से राज्य को 32 लाख 92 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में बेहतर कानून-व्यवस्था और निवेश को प्रोत्साहित करने वाली 25 क्षेत्र आधारित नीतियों के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने अपनी परिवेश को औद्योगिक विकास के अनुकूल बनाया है. उन्होंने कहा कि निवेशकों की सुविधा के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने और उनके कार्यान्वयन की निगरानी के लिए 'निवेश सारथी' ऑनलाइन प्रणाली है. साथ ही इसमे एक ऑनलाइन इंसेंटिव मैनेजमेंट और और 'कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट पोर्टल (निवेश सारथी)' भी उपयोगी सिद्ध हो रहा है. ऑनलाइन एकल खिड़की पोर्टल 'निवेश मित्र' पर 33 विभागों की 406 सेवाएं उपलब्ध हैं. निवेशकों की सहायता के लिए उद्यमी मित्र की तैनाती की जा रही है.
निवेश महाकुंभ से प्रदेश के सभी 75 जनपद जुड़े हुए हैं- योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट' से पूर्व उत्तर प्रदेश के मंत्रियों के समूह द्वारा 16 देशों के 21 शहरों में रोड शो आयोजित किए गए, साथ ही देश के नौ बड़े नगरों में भी रोड शो हुए. इसमें हमें विदेशों में तैनात भारतीय दूतावासों, राजदूतों, उच्चायुक्तों, व्यापारिक व औद्योगिक संगठनों का सहयोग मिला. इन सभी के सकारात्मक सहयोग से प्रधानमंत्री जी के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश की 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य सफल होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस निवेश महाकुंभ से प्रदेश के सभी 75 जनपद जुड़े हुए हैं. हर जिले में निवेश कार्यक्रम हो रहे हैं.
प्रदेश की औद्योगिक नीति व क्षेत्रीय नीति की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि भारत के 'फूड बास्केट के रूप में जाना जाने वाला उत्तर प्रदेश खाद्यान्न, दूध, गन्ना समेत कई वस्तुओं के उत्पादन में पहले स्थान पर है. प्रदेश सरकार ने आईटी/आईटीईएस, डेटा सेंटर, ईएसडीएम, रक्षा एवं वैमानिकी, इलेक्ट्रिक वाहन, भंडारण एवं लॉजिस्टिक्स, पर्यटन, कपड़ा, एमएसएमई, आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए लगभग 25 नीतियों को तैयार करके औद्योगिक विकास के लिए एक समग्र पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं.
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योगी ने किया बड़ा दावा
योगी ने कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे के निकट राज्य का पहला चिकित्सा उपकरण पार्क का शुभारंभ किया गया है. इसी प्रकार यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में फिल्म सिटी, टॉय पार्क, परिधान पार्क, हस्तशिल्प पार्क, लॉजिस्टिक केंद्र विकसित किए जा रहे हैं. अन्य परियोजनाओं में ग्रेटर नोएडा में आईआईटी जीएनएल, बरेली में मेगा फूड पार्क, उन्नाव में ट्रांसगंगा सिटी, गोरखपुर में प्लास्टिक पार्क, गोरखपुर में कपड़ा विकसित किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीमारू होने का दंश झेलने वाले बुंदेलखंड और पूर्वांचल जैसे क्षेत्रों में इस वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन के जरिये व्यापक निवेश आया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अबतक प्राप्त निवेश प्रस्तावों में से नौ लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश पूर्वांचल में और चार लाख 28 हजार करोड़ रुपये का निवेश बुंदेलखंड में होने जा रहा है. यह औद्योगिक निवेश इन क्षेत्रों में विकास की अपार संभावनाओं को आकार देने वाला होगा.