8 बार दी PCS-J परीक्षा में नहीं मिली सफलता, फिर भी नहीं मानी हार, गरीब किसान का बेटा बना जज
UP News: राम प्रकाश यादव एलएलबी करने के बाद महात्मा ज्योतिबा फूले रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली से एलएलएम करने के बाद आठ बार पीसीएस जे की परीक्षा में बैठे, जिसमें चार बार साक्षात्कार तक पहुंचे.
Uttar Pradesh News: तरबगंज क्षेत्र के सिंगहाचंदा (चौकीदार पुरवा) निवासी कामता प्रसाद यादव ग्राम पहरी हैं व खेती किसानी करते हैं. कुल 6 संतानों में पांच बेटियां व एक बेटा है. आर्थिक स्थिति बेहतर न होने से बेटे राम प्रकाश यादव की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही कंपोजिट विद्यालय से दिलाई व हाईस्कूल इंटरमीडिएट की शिक्षा तरबगंज के महाराजा देवी बख्श सिंह इंटर काॅलेज से मिली.
इसके बाद बेटे राम प्रकाश यादव ने जज बनने का सपना संजोकर राम मनोहर लोहिया से संबद्ध टीआरसी लॉ कॉलेज बाराबंकी से एलएलबी की डिग्री हासिल की. पिता कामता प्रसाद यादव व मां कमला देवी (गृहणी) ने बेटे के सपने को साकार करने के लिए अपनी तमाम आवश्यकताओं की कुर्बानी देते हुए हर तरीके से सहयोग दिया.
राम प्रकाश यादव ने एलएलबी करने के बाद महात्मा ज्योतिबा फूले रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली से एलएलएम करने के बाद आठ बार पीसीएस जे की परीक्षा में बैठे, जिसमें चार बार साक्षात्कार तक पहुंचे, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसी बीच रामप्रकाश यादव का चयन वर्ष 2016 में सहायक अभियोजन अधिकारी के पद पर हुआ व वर्तमान में बरेली में तैनात हैं. अभियोजन सेवा के दौरान भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी व तैयारी में लगे रहे. पटना उच्च न्यायालय से आयोजित डिस्ट्रिक्ट जज इंट्री लेवल के बार एग्जाम में बैठे व प्रथम प्रयास में अनारक्षित कैटेगरी से मेरिट में आठवीं रैंक लाकर सफल हुए. प्री व मेंस के बाद बीते 30 नवंबर को हुए साक्षात्कार के बाद 17 दिसंबर को आए परिणाम में इनका चयन हो गया.
राम प्रकाश यादव का चयन अपर जिला जज के रूप में हुआ
मेंस में चयन के बाद कुल 26 पदों के लिए 65 लोगों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था. अपर जिला जज के लिए चयन होने पर राम प्रकाश यादव ने अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों, पत्नी रेनू यादव व मामा सहित सगे संबंधियों को दिया है. परीक्षा परिणाम आने के बाद परिवार के राजाराम यादव, लालता प्रसाद, सुरेश यादव, मनीराम, राजेंद्र सहित नाना एचपी यादव, मामा माता बदल सहित अन्य ने खुशी जाहिर की है.
हाईस्कूल में 45 फीसदी और इंटरमीडिएट में 63 फीसदी
अपर जिला जज के लिए चयनित राम प्रकाश यादव ने बताया कि दसवीं व 12वीं कक्षा में एक-एक बार फेल भी हो चुके हैं. हाईस्कूल मात्र 45 फीसदी अंक पाकर पास हुए. वहीं इंटरमीडिएट में 63 प्रतिशत अंक ही हासिल हुए. बावजूद इसके उन्होंने जज बनने का सपना देखा. बताया कि आठ बार पीसीएस जे की परीक्षा में बैठे व चार बार साक्षात्कार देने के बाद भी असफलता ही हाथ लगी. इसी बीच सहायक अभियोजन अधिकारी पद पर चयन होने के बाद आर्थिक समस्या तो हल हुई, लेकिन जज बनने के सपने को साकार करने में जुटे रहे.
रामप्रकाश यादव की दो बेटियां भी हैं
अपर जिला जज के लिए चयनित राम प्रकाश यादव शादीशुदा हैं व इनकी दो बेटियां आख्या (06) व आव्या (03) भी हैं. वर्ष 2018 में शादी हुई व पत्नी रेनू यादव भी एलएलएम के बाद पीसीएस जे की तैयारी कर रहीं हैं. इसकी साथ ही राम प्रकाश यादव की छोटी बहन गुड़िया भी एलएलबी करने के बाद साथ में ही रहकर तैयारी कर रही. एक बहन अंजू यादव जो शादीशुदा है, तरबगंज तहसील में अधिवक्ता हैं. पत्नी रेनू यादव के मायका जौनपुर में चाचा, तीन बहन समेत छह लोग जज हैं जो प्रदेश के विभिन्न जिलों में तैनात हैं.
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