UP News: यूपी में 52 हजार राज्यकर्मियों के वेतन पर संकट! आज संपत्ति का ब्योरा देने का अंतिम दिन
उत्तर प्रदेश में अब राज्य सरकार के कर्मचारियों को सोमवार तक अपनी संपत्ति का ब्योरा देना है. अगर कोई कर्मचारी अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं देता है तो उसका वेतन अगले महीने रुक सकता है.
UP News: उत्तर प्रदेश शासन के ओर से जारी कड़े दिशा-निर्देशों के बाद भी राज्य सरकार के 52 हजार कर्मचारियों ने अभी तक अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है. इन कर्मचारियों को मानव संपदा पोर्टल पर अपनी संपत्ति का ब्योरा देना था लेकिन अब सोमवार तक अगर ये कर्मचारी ब्योरा नहीं देते हैं तो उन्हें सितंबर महीने का वेतन नहीं मिलेगा.
राज्य सरकार के 52 हजार कर्मचारियों के वेतन पर संकट आ गया है. अब जब ये कर्मचारी अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं दे देंगे तब तक उन्हें सितंबर महीने का वेतन नहीं मिलेगा. राज्य में अभी मौजूदा वक्त में सरकारी कर्मचारियों की संख्या 8,36,571 है. इन सभी कर्मचारियों को उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली के तहत अपनी चल और अचल संपत्ति का ब्योरा देना था.
हालांकि अगर नियमों के तहत देखें तो इन राज्य सरकार के कर्मचारियों को अपनी संपत्ति का ब्योरा 31 जनवरी तक ही देना था. लेकिन ये कर्मचारी विभाग के तमाम निर्देशों की अनदेखी करते रहे हैं और इन्होंने अभी तक अपने संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है. इससे पहले पिछले महीने भी सरकार ने राज्य के ब्योरा नहीं देने वालों का वेतन रोकने का फैसला किया था. तब उनकी संख्या करीब 74 फीसदी थी.
भू-कानून को लेकर धामी सरकार गंभीर, अवैध रूप से जमीनों की खरीद फरोख्त पर होगी कार्रवाई
कितने कर्मचारियों ने ब्योरा दिया
जब राज्य सरकार नियमों को लेकर सख्त हुई तो राज्य के कर्मचारियों ने अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया. लेकिन उस वक्त सरकार ने इन्हें वेतन दे दिया था और अंतिम मौके के तौर पर 30 सितंबर तक का वक्त दिया था. लेकिन अब 29 सितंबर तक राज्य सरकार के 52 हजार कर्मचारियों ने अपना ब्योरा नहीं दिया है. यानी करीब छह फीसदी कर्मचारियों ने अभी तक अपनी संपत्ति की जानकारी नहीं दी है.
मिली जानकारी के अनुसार अभी तक 7,83, 901 कर्मचारी यानी 94 फीसदी कर्मचारियों ने अपनी संपत्ति का ब्योरा दे दिया है. सूत्रों की माने तो जिन्होंने अपना वेतन नहीं दिया है उनको अब किसी भी तरह की मोहलत देने के मुड में सरकार नहीं है. अब अगर ये कर्मचारी अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं देते हैं तो इनका वेतन रोका जा सकता है.