भारत में 2011 के जनसंख्या के अनुसार करीब 104 मिलियन आबादी 60 वर्ष या उससे अधिक के उम्र के लोगों की है. सरकार द्वारा इन सीनियर सिटिजन को कई तरह की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं. इन महत्वपूर्ण सुवधाओं में से एक है वृद्धा पेंशन जो हर राज्य की सरकार द्वारा अपने यहां के बुजुर्ग नागरिक को दी जाती है. राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना की शुरूआत 1995 में हुई थी, यह केंद्र और राज्य सरकार दोनों द्वारा मिलकर चलाया जाता है. सरकार द्वारा दिए गए आंकड़े के अनुसार इस वक्त देश के लगभग 3.5 करोड़ वृद्ध आबादी को वृद्धा पेंशन दिया जाता है.
उत्तर प्रदेश सरकार देती है 500 रुपये वृद्धा पेंशन
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा अगस्त 2018 में नई पेंशन योजना की शुरूआत की गई जिसके अनुसार लगभग 50 लाख वृद्ध लोगों को हर महीने 500 रुपये प्रति माह पेंशन के रूप में दिए जाते हैं.
पहले इस पेंशन योजना में पक्के मकान और दो पहिया रखने वाले बुजुर्ग व्यक्तियों को शामिल नहीं किया गया था पर योगी सरकार ने अब इन्हें भी इस योजना में शामिल कर दिया है. वृद्धा पेंशन पाने के लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा.
बिहार और झारखंड सरकार देती है 400 रुपये वृद्धा पेंशन
उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार सरकार अपने प्रदेश के बुजुर्गों को हर महीने 400 रुपये वृद्धा पेंशन देती है. बिहार के अलावा झारखंड सरकार भी अपने राज्य के बुजुर्गों को 400 रुपये प्रति माह पेंशन देती है.
वहीं मणिपुर में बुजुर्गों को 200 रुपये प्रति माह, मिजोरम में 250 रुपये प्रति माह, नागालैंड,ओडिशा और मध्य प्रदेश में 300 रुपये, गुजरात में 500 रुपये तेलंगाना में 1000 रुपये प्रतिमाह की पेंशन बुजुर्गों को दी जाती है.
दिल्ली में मिलती है 2000 रुपये प्रति माह वृद्धा पेंशन
देश की राजधानी दिल्ली में बुजुर्गों को हर महीने 2000 रुपये पेंशन दी जाती है. दिल्ली के अलावा गोवा, पुदुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीर समूह में रहने वाले बुजुर्ग आबादी को हर महीने 2000 रुपये वृद्धा पेंशन दी जाती है.
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