UP Employees Cashless Health Scheme: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य कर्मचारियों के हित में कदम उठाते हुए उन्हें पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना की सौगात दे दी है. योगी सरकार की इस योजना से उत्तर प्रदेश के 22 लाख राज्य कर्मचारियों को अब इलाज में हुए खर्चे के पेमेंट के लिए अधिकारियों के पास चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. यूपी सरकार की इस योजना का सभी कर्मचारी लाभ उठा सकेंगे. इस योजना का शुभारंभ सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया और इस मौके पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे.
इस योजना का शुभारंभ करते हुए सीएम योगी ने कहा पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना' के शुभारंभ अवसर पर मैं आप सबको हृदय से बधाई देता हूं व आप सबके प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं. उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जो इसे प्रारंभ कर रहा है, राज्य कर्मचारियों, पेंशनर्स व उनके आश्रितों को किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सुविधा के लिए इंतजार न करना पड़े, इसके लिए आज 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना' का शुभारंभ हुआ है.
CM योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद आई दिनेश खटीक की पहली प्रतिक्रिया, जानें- क्या कहा?
सीएम योगी ने कहा कि यूपी सरकार अपने कार्मिकों को कार्मिक नहीं बल्कि परिवार का एक हिस्सा मानती है. प्रदेश सरकार इसी भाव के साथ उनके साथ कार्य करती है व संवाद भी बनाती है. योगी सरकार ने ये व्यवस्था राज्य कर्मचारियों के आलावा पेंशनर्स और उनके आश्रितों के लिए भी शुरू की है. राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना से प्रत्यक्ष रूप से 22 लाख कर्मचारी व पेंशनर्स को लाभ मिलेगा, लेकिन उनके आश्रितों को जोड़ें तो 75 लाख लोग इस हेल्थकार्ड के माध्यम से लाभान्वित होंगे. बता दें कि बीजेपी ने अपने लोक कल्याण संकल्प पत्र में सभी सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को कैशलेस इलाज की सुविधा देने का वादा किया था.
Watch: आगरा में जालिम पति ने पत्नी को बिजली के खंभे से बांधकर पीटा, वीडियो हुआ वायरल