गोरखपुर, एबीपी गंगा। गोरखपुर में रहने वाले लोगों को अब 300 एकड़ के विस्तृत एयरपोर्ट और बस अड्डे की सौगात मिलने वाली है। सीएम सिटी से किसी भी महानगर में उड़ान के लिए लोगों को कनेक्टिविटी मिलेगी। वहीं, ज्यादा उड़ानों और कंपनियों के आने से उन्हें सस्ते दर पर फ्लाइट भी उपलब्ध होगी। इसके साथ ही महानगरों और नेपाल जाने वाले लोगों के लिए इंटरनेशनल बस अड्डे की सौगात भी जल्द ही मिलेगी।
जमीन की तलाश जारी
जिलाधिकारी के विजयेन्द्र पाण्डियन ने बताया कि आने वाले कुछ सालों में गोरखपुर को ये सौगत मिल जाएगी। एयरपोर्ट और अंतरराष्ट्रीय बस अड्डे के लिए जमीन की तलाश की जा रही है जल्द ही इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाएगा। नया एयरपोर्ट 300 एकड़ में बनेगा, इसके लिए गोरखपुर-वाराणसी राजमार्ग पर जमीन की तलाश हो रही है। वहीं, दिल्ली के आईटीबीएस की तर्ज पर महेसरा के पास 50 एकड़ में बस अड्डा भी बनाने की योजना है। इन दोनों बड़ी योजनाओं को जल्द से जल्द अमलीजामा पहनाने के लिए जिला प्रशासन ने जमीन की तलाश तेज कर दी है।
शासन को भेज दी जाएगी रिपोर्ट
एक से डेढ़ माह में दोनों योजनाओं के लिए जमीन चिह्नित कर शासन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी। वाराणसी रूट पर 300 एकड़ में एयरपोर्ट बन जाने से लगभग सभी प्रमुख शहरों के लिए उड़ान संभव हो सकेगी, इसके साथ ही गोरखपुर और आसपास के जिलों के लोगों के लिए आवागमन की सुविधा भी बढ़ जाएगी। गोरखपुर में 50 एकड़ में अंतरराष्ट्रीय बस अड्डा बन जाने से नेपाल जाने और वहां से गोरखपुर आने वाले सैलानियों के लिए भी काफी सुविधा हो जाएगी, इसके साथ ही महानगरों की ओर जाने वाले यात्रियों को भी काफी आराम होगा।
आसान होगा सफर
बस सुविधा की अन्य राज्यों और जिलों से सीधी कनेक्टिविटी से लोगों का समय, संसाधन और रुपए बचेंगे। कालेसर-जंगल कौड़िया बाईपास फोर लेन बन जाने से लखनऊ की ओर से आने वाली बसें बगैर शहर में प्रवेश किए सीधे आईएसबीटी पहुंच जाएंगी। जिन लोगों को नेपाल की यात्रा करनी होगी, वे यात्री सीधे वहां से नेपाल के लिए बस ले सकेंगे। शहर के बाहर से ही बसों के निकलने की सुविधा से शहर में जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी और बसें जाम में फंसने से भी बचेंगी। इसके साथ ही सही समय पर वे गंतव्य को रवाना भी हो सकेंगी।