लखनऊ. कोरोना की वैक्सीन नए साल में आने की उम्मीद है. हाल ही में पीएम मोदी ने भी अपने संबोधन में कहा था कि वैक्सीन आने पर सभी को जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाएगी. वैक्सीन आने में भले ही समय हो लेकिन प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है. क्योंकि प्रदेश की 23 करोड़ जनसंख्या का वैक्सीनेशन कराना आसान नहीं होगा. स्वास्थ विभाग गांव गांव वैक्सीन बूथ बनने की योजना का खींचने में लगा है.


प्रदेश में करीब 1.25 लाख तो लखनऊ में बन सकते हैं 3800 बूथ


प्रदेश के डीजी हेल्थ डॉ. डीएस नेगी के अनुसार बूथ का निर्धारण आबादी के अनुसार होगा. पोलिंग बूथ और पोलियो बूथ की संख्या का अनुमान लगाते हुए करीब सवा लाख बूथ बनाये जा सकते हैं. बूथ की संख्या अधिक रखने की मुख्य वजह है वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना. बात लखनऊ की करें तो करीब 3800 वैक्सीनेशन बूथ हो सकते हैं. बूथ बनाना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि अगर अस्पताल स्तर पर वैक्सीन लगाई जाएगी तो अफरातफरी के हालात हो सकते हैं.


प्रदेश भर से हेल्थ वर्कर्स का ब्योरा तलब


वहीं, कोरोना वैक्सीन के स्टोरेज, कोल्ड चेन मेन्टेन करने, वितरण के लिए भी खास तैयारी की योजना है. इसके लिए क्षेत्रीय स्तर पर विभिन्न टीम बनाने की योजना है. वैक्सीन लगाने में एएनएम, नर्स, फार्मासिस्ट, लैब तकनीशियन सभी का सहयोग लिया जाएगा. इसके लिए डीजी हेल्थ ने सभी CMO से उनके यहां के हेल्थ वर्कर्स का ब्यौरा तलब किया है.


इसी महीने लखनऊ में शुरू होना है को-वैक्सीन का ट्रायल


मालूम हो कि लखनऊ में को-वैक्सीन के तीसरे फेज का क्लीनिकल ट्रायल भी इसी महीने के अंत या नवंबर के पहले हफ्ते में शुरू होना है. पूरे देश मे 20 हज़ार लोगों पर ट्रायल होना है जिसमे से 3 हज़ार सैंपल यूपी से लिये जाएंगे. इसके लिए SGPGI लखनऊ के निदेशक और गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिन्सिपल को नोडल बनाया गया है. भारत बायोटेक के वैज्ञानिकों को नोडल अधिकारियों के सहयोग से क्लीनिकल ट्रायल करना है. लखनऊ में SGPGI के सहयोग से 1500 लोगों पर ट्रायल होना है.


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